सफलता की गाथा

सफलता की गाथा

आपका अपना ‘ग्रीन इंडिया’ 13 वर्ष का हो गया। वैसे हम 12 वर्ष  से इसका प्रकाशन कर रहे हैं। 15 अप्रैल 2013 को जब हमने इस  की शुरुआत की थी तो मन में एक अजीब तरह का भय सा था कि हम समाचार पत्र निकाल भी पायेंगे या नहीं? लेकिन आपका प्यार और हमारा दृढ़ संकल्प हमें यहां तक ले आया। इससे पहले हमने 2011 में व्लोब मीडिया समूह की स्थापना की थी। 14 वर्ष पहले रोया गया यह पौधा अब धीरे-धीरे वट वृक्ष का आकार ले रहा है। समूह के कृषि, विकास एवं पर्यावरण पर आधारित साप्ताहिक और दैनिक ग्रीन इंडिया’ और महिला केंद्रित हिंदी पत्रिका ‘अलबेली सबकी सहेली’ को आपने शानदार सफलता दिलाई है। ‘ग्लोब मीडिया’ समूह ने प्रिंट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से तथ्यपरक खबरें आप तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उठायी है। हम इस दायित्व को बखूबी निभा रहे है। इस दायित्व को और बड़ा करने के उद्देश्य से ही हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। हम आश्वस्त हैं कि आपका प्यार और विश्वास हमें यूं ही मिलता रहेगा। जिससे हमें निरंतर नये प्रयास करने की प्रेरणा मिलती रहेगी।

2011 में ‘ग्लोब मीडिया’ की नींव रखने के बाद सबसे पहले हमने विज्ञापन एजेंसी के रूप में बाजार में अपनी पहचान बनाई। इसके बाद खबरों की दुनिया में उपस्थिति दर्ज कराई। आपके सहयोग से 2013 में हमने कृषि, विकास एवं पर्यावरण पर आधारित साप्ताहिक अखबार ‘ग्रीन इंडिया’ शुरू किया। इसके ठीक एक साल बाद 2014 में हिंदी पत्रिका ‘अलबेली सबकी सहेली’ लांच की। पत्रिका की सफलता के बाद अगले ही वर्ष हमने पहले ‘ग्रीन इंडिया’ का ऑनलाइन एडिशन और फिर पोर्टल ‘ग्रीन इंडिया न्यू अलर्ट’ शुरू किया। ‘अलबेली सबकी सहेली’ हो या ‘ग्रीन इंडिया’ का साप्ताहिक वर्जन अथवा इसका ऑनलाइन संस्करण, सभी को आपका भरपूर प्यार और विश्वास मिला है।

लंबे पत्रकारिता अनुभव के बाद आपसे इस तरह जुड़ने का अलग ही अनुभव रहा है। बहुत कुछ सीखने को मिला तो समय के साथ सीखने की लालसा भी बढ़ती गई । 1990 से 1995 तक कस्बाई पत्रकारिता और फिर 1995 से 2012 तक देश के नंबर-1 अखबार ‘दैनिक जागरण’ के संपादकीय विभाग में काम करने के बाद अपना मीडिया संस्थान खड़ा करना बड़ी चुनौती थी, लेकिन आप समी के प्यार और स्नेह के बीच यह मंजिल आसान हो गई। आपके प्यार ने हमें और भी बड़ी जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। 25 दिसंबर 2010 को हमने दैनिक ‘ग्रीन इंडिया’ लांच किया।

इसी बीच 15 नवंबर 2010 को हमने समाज में शिक्षा, सेवा और पर्यावरण का अपना संकल्प पूरा करने के लिए एमपी फाउंडेशन का गठन किया, जिसके माध्यम से आज हम पुस्तकों का प्रकाशन, डिजाइनिंग, प्रिंटिंग, इवेंट मैनेजमेंट के अलावा समाजसेवा के कार्य भी लगातार कर रहे हैं। इन सभी कार्यों में आपका सहयोग हमें बराबर मिल रहा है। आपका स्नेह ही हमारी ऊर्जा का स्रोत है। हम आज जहां तक भी पहुंचे हैं यह सब आपके सहयोग और विश्वास से ही संभव हो या रहा है। हमें पूरी उम्मीद है कि आप सभी का प्यार हमें यूं ही मिलता रहेगा।

आपका अपना

– नरेश उपाध्याय

संपादक

संपादक की बात

समाचार पत्र का लेआउट

संस्थान के आयोजन का निमंत्रण

सूचना स्रोत

श्री नरेश उपाध्याय जी

प्रस्तुति