यह ज़िन्दगी (कविता)

यह ज़िन्दगी (कविता)

भूमिका श्री मुकेश कुमावत 'मंगल' द्वारा रचित नवीनतम कविता 'यह ज़िन्दगी' जीवन के प्राकृतिक असंतुलनों को दर्शाती है। यह कविता जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष, और संतुलन की कमी को उजागर…
प्रदर्शनी का उद्घाटन जिलाधिकारी ने किया (अमरोहा से सीधे)

प्रदर्शनी का उद्घाटन जिलाधिकारी ने किया (अमरोहा से सीधे)

भूमिका श्रीमती सुखदेवी इण्टर कालिज निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और इसके कार्यक्रम ही ऐसे संदेश देते हैं। मसलन भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा के द्वारा विद्यालय…
नये दौर के हम बच्चे – कलमकार रमन ‘सिसौनवी’

नये दौर के हम बच्चे – कलमकार रमन ‘सिसौनवी’

भूमिका आदर्श बच्चे कल के उज्ज्वल सितारे हैं और राष्ट्र के निर्माता भी। कवि रमन के अनुसार, आज के बच्चे असीम ऊर्जा, अटूट जिज्ञासा और करुणा से पूरित हृदय के…
कृपा फाउंडेशन का नेत्र परीक्षण शिविर

कृपा फाउंडेशन का नेत्र परीक्षण शिविर

भूमिका सहारनपुर स्थित बहादुरपुर में एक नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा…
उन्नयन की ओर

उन्नयन की ओर

भूमिका कविता एक सरल और भावनात्मक विधा है, जो लेखक के सीधे अनुभव और भावनाओं को व्यक्त करती है। प्रथम प्रयास को संशोधन की दरकार हो सकती है। और! संशोधन…
परीक्षा पर चर्चा

परीक्षा पर चर्चा

भूमिका विद्यार्थियों और शिक्षकों के मध्य सामंजस्य बनाने के ध्येय से परीक्षा पर चर्चा का आयोजन अनिल जी की पहल पर किया गया। इसमें अनिल जी, सृष्टि जी और कक्षा…
शिक्षकों का सम्मान जिनमें शालिनी जी भी सम्मिलित

शिक्षकों का सम्मान जिनमें शालिनी जी भी सम्मिलित

भूमिका शिक्षकों के प्रति सम्मान और उनके समर्पण को सराहने के लिए हर वर्ष 'शिक्षक दिवस' आयोजित किया जाता है। इस दिन विद्यालयों, कॉलेजों और विभिन्न संस्थानों में शिक्षकों को…
दोहावली – बाबूलाल ‘नायक’

दोहावली – बाबूलाल ‘नायक’

भूमिका भारत में शीत ऋतु का प्रकोप आमतौर पर नवंबर से फरवरी तक रहता है। इस समय में तापमान में गिरावट विभिन्न क्षेत्रों में संलग्न मानव संपदा के समक्ष विविध…
आई है अब भोर सुहानी – श्योराज जी बम्बेरवाल

आई है अब भोर सुहानी – श्योराज जी बम्बेरवाल

भूमिका कवि श्योराज जी ने नये वर्ष को 'नया सवेरा' की संज्ञा देकर नये वर्ष को आपके जीवन में नयी उमंग और ऊर्जा लेकर आया बताते हुए नवल रचना गढ़ी…

नव वर्ष के पर संतोष जी का शब्द संकलन

भाव संकलन आप सभी को नव-वर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनायें "यही नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं, है अपना यह त्यौहार नहीं, है अपनी यह रीत नहीं, है अपना यह व्यवहार…