💐दोहे💐
नित्य भलाई जो करे, कृपा रखे भगवान।
उत्तम विचार सादगी, सहज मिले सम्मान।।१।।
शिक्षा से नाता रखे, करे सभी से प्रीत।
छुआछूत की भावना, तजे बुराई रीत।।२।।
प्राणवायु मिलती रहै, रोपें बिरवा लाख।
चहचहाना नित्य सुने, हरी-भरी हो शाख।।३।।
प्राणवायु की चाह में, भ्रमण करे कई लोग।
वातावरण शुद्ध मिले, मिट जाते सब रोग।।४।।
वसुंधरा लहरा रही, उड़ रही मकरंद भोर।
धानी चूनर सोहती, वन-वन नाचै मोर।।५।।
पानी व्यर्थ बहे नहीं, रखना सबको ध्यान।
इस बिन जीवन शून्य है, है अमूल्य पहचान।।६।।
‘नायक’ बाबूलाल नायक