मजदूरों को समर्पित, समाज को प्रेरित करता एक अनूठा आयोजन – लीजर वैली पार्क में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस
2 मई, 2025 – अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर NEEV संस्था ने Indian Nursery Man Association, Sustainable OASIS, Van Kanya सहित कई सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन गुरुग्राम के लीजर वैली पार्क स्थित Sustainable Oasis Conference Hall में बड़े उत्साह और सामाजिक चेतना के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई, जो भारतीय संस्कृति में ज्ञान और श्रम की महत्ता का प्रतीक है।
इस अवसर पर NEEV संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. उपदेश वर्मा, INA के अध्यक्ष श्री Y.P. सिंह, श्री कल्याण बनर्जी, आंचल कौशिक, राजेश कुमार एवं डॉ. गौरी श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
डॉ. वर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि कैसे उन्होंने एक छोटे गाँव से निकलकर IIT और Princeton University तक का शैक्षणिक सफर तय किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि समाज को लौटाने की भावना से ही NEEV संस्था (www.neeviit.org) की स्थापना की गई, जो झुग्गियों और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब एवं असहाय बच्चों को शिक्षा और जीवन कौशल प्रदान करने का कार्य कर रही है।
NEEV आज न सिर्फ बच्चों को शिक्षित कर रही है, बल्कि ऑनलाइन मोटिवेशनल सेशन्स, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स और सामाजिक चेतना अभियान भी चला रही है। यह संस्था अपने कार्यों से हजारों ज़िंदगियों को रोशनी दे रही है
कार्यक्रम में अपने प्रेरणादायक संबोधन के दौरान NEEV संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. उपदेश वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labour Day) के ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि यह दिवस 1 मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में हुए “हेमार्केट आंदोलन” की स्मृति में हर वर्ष मनाया जाता है। उस समय श्रमिक वर्ग 8 घंटे काम, 8 घंटे आराम और 8 घंटे परिवार व सामाजिक जीवन के लिए संघर्ष कर रहा था। मजदूरों की इस ऐतिहासिक लड़ाई में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, लेकिन इसका परिणाम यह हुआ कि दुनिया भर में श्रमिकों के अधिकारों को लेकर चेतना आई और श्रम कानूनों की नींव पड़ी।
डॉ. वर्मा ने यह भी कहा कि आज के आधुनिक युग में, मजदूर सिर्फ फैक्टरी या निर्माण स्थलों तक सीमित नहीं हैं – डिलीवरी बॉय, घरेलू कामगार, सफाईकर्मी, किसान, और डिजिटल गिग वर्कर भी आज के समाज के महत्वपूर्ण श्रमिक हैं। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा:
“मजदूर दिवस केवल सम्मान का दिन नहीं है, बल्कि यह याद दिलाने का दिन है कि समाज की नींव उन्हीं हाथों से बनती है जो खामोशी से मेहनत करते हैं। हमें न केवल उन्हें धन्यवाद कहना चाहिए, बल्कि उनके अधिकारों की रक्षा भी करनी चाहिए।”
डॉ. वर्मा ने उपस्थित जनसमूह को यह प्रेरणा दी कि अगर समाज को आगे बढ़ाना है, तो हमें निचले पायदान पर खड़े लोगों को ऊपर उठाने की ज़िम्मेदारी लेनी होगी – शिक्षा, सम्मान और अवसर के माध्यम से।
इस कार्यक्रम में विभिन्न मजदूर संगठनों से आए कार्यकर्ताओं एवं आम मजदूरों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया, जिससे कार्यक्रम की आत्मा और भी जीवंत हो उठी।
INA के श्री Y.P. सिंह ने पूरे भारत में पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण पर हो रहे कार्यों की जानकारी दी। राजेश कुमार जी ने वेस्ट मटेरियल से बनी कला कृतियों का प्रदर्शन किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। डॉ. गौरी श्रीवास्तव ने “वन कार्य” विषय पर एक आर्ट एग्जिबिशन लगाई, जिसमें पर्यावरण और प्रकृति के सौंदर्य को कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने यह संकल्प लिया कि यदि भारत को महान बनाना है, तो सभी नागरिकों को मिलकर, एकजुट होकर कार्य करना होगा – चाहे वह श्रमिक हो, सामाजिक कार्यकर्ता हो, या कोई शिक्षाविद्।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने सभी को एकता और देशभक्ति का भाव दिलाया। यह आयोजन न केवल मजदूरों के सम्मान में था, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन की शुरुआत जैसा प्रतीत हुआ, जिसमें शिक्षा, पर्यावरण, कला, और श्रम – सभी को एक ही मंच पर एकत्र किया गया।
इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जब शिक्षा, श्रम और समाज एक साथ मिलते हैं, तो देश के विकास की नींव मजबूत होती है।
चित्रों के आलोक में
भवदीय
डॉ उपदेश वर्मा
राष्ट्रीय संयोजक NEEV
7599182718
neev.iitd@gmail.com
www.facebook.com/neeviit
www.youtube.com/neeviit
अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें:
वेबसाइट:www.neeviit.org