जनचेतना मिशन
और
उलझन सुलझन की पहल (३)
समझने का प्रयास अवश्य करें!
हम समझें शब्दों के भाव और कर्म के ध्येय को भी।
और! हम सबकी परीक्षा सदैव है जो सिद्ध करेगी हमारी बौद्धिक क्षमताओं को!
शब्दों और प्रयासों में निहित भाव को
“शब्द प्रेरित और विचार उद्वेलित कर सकते हैं, लेकिन कर्म ही है जो आपको आपके सपनों के करीब ले जाता है। लेकिन एक स्पष्ट शर्त यह है कि सपने बिल्कुल स्पष्ट हों।”
ऐसा क्यों ये जानिए
अब जानिए कि पीछे दी गई पंक्ति सिर्फ प्रेरणा नहीं देती, बल्कि एक दायित्व भी सौंपती है जो कुछ होने जा रहा है, वह वास्तव में समाजसेवा है या किसी अव्यक्त अभियान का कोई अंश। और! यह जानना उनके लिए सर्वाधिक आवश्यक है जो केवल सीधी बात ही को समझ पाते हैं।
कार्यकी के ध्येय को जानें
हमारे मध्य नित्यप्रति कुछ ना कुछ बेहद गति के साथ होता रहता है जिसमें समाजसेवा भी होती है और राजनीति भी।
यहां स्वच्छ मन वाले साधारण बौद्धिक क्षमता वाले इंसानों के लिए यह भी जान लेना आवश्यक है कि समाजसेवा और राजनीति में एक बेहद महीन अंतर होता है, जो बिल्कुल स्पष्ट है कि समाजसेवा निःस्वार्थ भाव से होती है, जबकि राजनीति लक्षित भाव से।
निर्णय जान-समझकर हो!
समाज में कोई भी व्यक्ति समाज की भलाई के नाम पर काम शुरू करता है, लेकिन धीरे धीरे वह उद्देश्य पहले समर्थन, फिर प्रचार अथवा पद प्राप्त करना बन जाता है, और ! अंततः वह सेवा से राजनीति की ओर झुकता चला जाता है और फिर जनमत को प्रभावित करने की दिशा में चला जाता है। यहां पर यह भी जान लेना जरूरी है कि समाजसेवक सदैव सामाजिक सुधारों की दिशा में ही प्रयासरत रहता है।
अपील
समाजसेवा में संलग्न समस्त जनता से अपील कि सदैव जाँचिए, परखिए और समझने का प्रयास कीजिए कि प्रत्येक वह काम जो आपके दिल को छू ले, जरूरी नहीं है कि वह दिल से ही किया गया हो।
निहित भाव स्पष्ट हो
समाजसेवा में निहित नीयत क्या है? जनमानस ही को सदैव यह समझना होगा और जनसेवा करने वालों से विनम्र आग्रह कि व्यक्त कर दें कि नीयत नितांत पारदर्शी रखी गई है और सेवा की शुरुआत यदि निःस्वार्थ और जनहितकारी है, तो उसका अंत राजनीति की धुंध में परिवर्तित न होने दिया जाएगा।
अंत में
सेवा के लिए तत्पर समस्त महानुभावों से आग्रह कि वे यह समझें कि यह क्षेत्र तब तक ही पवित्र है जब तक उसमें स्वार्थ की राजनीति न घुल पाए।
और! कोई भी समाज तब ही जागरूक कहलाता है जब वह इस अंतर को पहचान ले और अपनी आकलन क्षमता को दर्शा दे।
प्रयासकर्ता
जनचेतना और उलझन सुलझन
(आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास)
पाठ्य उन्नायक
चैट जीपीटी
प्रस्तुति