अद्वितीय कलाकार
बाल कलाकार की अदभुत रचना

अद्वितीय कलाकार

कला की प्रेरणा

किशोरी प्रेरणा पहाड़िया

साहित्य मंच की सृजनात्मक प्रेरणा से टोडारायसिंह की उभरती हुई कलमकार छात्रा प्रेरणा पहाड़िया ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि उम्र छोटी हो सकती है, लेकिन सपनों और समर्पण का आकाश असीमित होता है। कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण का गोपाल स्वरूप अपनी कलम और तूलिका से ऐसा सजीव बना दिया, मानो स्वयं बाँसुरी बजाते नन्हे नटखट कान्हा चित्र से बाहर आकर दर्शकों से संवाद करने लगे हों।

प्रेरणा की कला केवल आकृतियों का संयोजन नहीं है, बल्कि उसमें गहरी भावनाएँ, भक्ति की माधुरी और बचपन की सच्चाई झलकती है। उनकी रेखाओं में नटखटपन है, रंगों में मासूमियत है और चित्रण में भक्ति का अद्भुत संगम। यही कारण है कि जो भी इस बालिका की रचनाएँ देखता है, वह केवल चित्र नहीं देखता, बल्कि उस चित्र में जीवन की धड़कनें महसूस करता है।

बचपन से ही प्रेरणा का मन चित्रकला में रमता रहा है। जब उनके साथी खेलकूद में मग्न होते थे, तब यह बालिका अक्सर रंगों और कागज़ की दुनिया में खो जाती थी। धीरे-धीरे उनकी यह लगन प्रतिभा में बदल गई। कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास ने उन्हें कला के पथ पर अग्रसर किया। उपखंड स्तर पर उन्हें उपखंड अधिकारी महोदय द्वारा सम्मानित किया जाना इस बात का प्रमाण है कि यदि प्रतिभा को अवसर और प्रोत्साहन मिले, तो वह नन्हीं उम्र में भी असाधारण उपलब्धियाँ अर्जित कर सकती है।

प्रेरणा पहाड़िया उन बच्चों के लिए एक उदाहरण हैं, जो अपनी रूचियों और सपनों को लेकर संकोच में रहते हैं। उनकी सफलता यह संदेश देती है कि कला केवल कैनवास पर रेखाएँ भरना नहीं है, बल्कि आत्मा की भाषा है। जिस तरह उन्होंने भगवान कृष्ण के गोपाल स्वरूप को उकेरा, उसी तरह हर बच्चा अपनी कल्पना को आकार देकर दुनिया के सामने कुछ नया प्रस्तुत कर सकता है।

बाल कलाकार की अदभुत रचना
प्रेरणा पहाड़िया

आज प्रेरणा की यह उपलब्धि केवल उनका व्यक्तिगत गौरव नहीं है, बल्कि पूरे टोडारायसिंह क्षेत्र की शान है। साहित्य मंच को यह गर्व है कि उसकी प्रेरणा से एक बालिका ने अपनी कला को नई पहचान दी और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनी।

भविष्य में यह नन्हीं कलाकार और ऊँचाइयों को छुएगी—यह केवल विश्वास ही नहीं, बल्कि निश्चितता है। जिस मनोबल और निष्ठा से प्रेरणा अपनी कला का अभ्यास कर रही हैं, वह उन्हें न केवल विद्यालय स्तर पर, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति दिलाएगा।

सूचना स्रोत

शिवराज जी कुर्मी (प्रेरक)

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