दुर्लभ पल के साक्षी बनने का अवसर

दुर्लभ पल के साक्षी बनने का अवसर

दुर्लभ पल

जो इतिहास बन सकता है

अंतरराष्ट्रीय लाइब्रेरी दिवस जैसे ज्ञानोत्सव के अवसर पर जब देश का सबसे प्रतिष्ठित माध्यम—आकाशवाणी का FM Gold चैनल (100.1 MHz)—ग्राम्य भारत की पुस्तक संस्कृति को अपना मंच देता है, तो यह केवल एक प्रसारण नहीं, बल्कि विचारों की क्रांति का आरंभ बन जाता है।

दिनांक – 24 अक्टूबर, 2025

समय – सुबह 9:10 बजे से 10:00 बजे तक

इस दिन एक ऐसा कार्यक्रम प्रसारित होगा, जो केवल बातचीत नहीं, बल्कि देश के हर गाँव तक ज्ञान की रोशनी पहुँचाने की एक सशक्त पहल है। इस कार्यक्रम का केंद्र है—“ग्राम पाठशाला” मिशन, जिसका सपना है कि भारत के प्रत्येक गाँव में निःशुल्क लाइब्रेरी की स्थापना हो, जहाँ हर बच्चा, युवा और बुज़ुर्ग बिना भेदभाव के पढ़ने, सीखने और सोचने की आज़ादी पाए।

यह क्षण इसलिए भी विशेष है क्योंकि पहली बार राष्ट्रीय प्रसारण मंच पर ग्राम पाठशाला जैसे जमीनी स्तर के आंदोलन की आवाज़ पूरे देश में गूँजने जा रही है।

आर जे श्रीमती रेखा जी और श्री सुनील बैसला जी इस कार्यक्रम में मिशन की प्रेरणा, इसके संघर्ष, उपलब्धियाँ और भविष्य की दिशा पर सारगर्भित चर्चा करेंगे।

🌟 क्यों है यह पल दुर्लभ?

क्योंकि किसी आंदोलन की सबसे बड़ी विजय तब होती है जब उसकी भावना जनता से निकलकर जनसंचार के माध्यमों तक पहुँचती है।

क्योंकि गाँवों की छोटी-सी पाठशालाओं का सपना अब राष्ट्र के कानों तक पहुँच रहा है।

क्योंकि आज हम सब मिलकर उस यात्रा के साक्षी बनेंगे,

जहाँ एक पुस्तक, एक लाइब्रेरी और एक गाँव…

भविष्य बदल सकता है।

 🙏 आभार एवं अपील

टीम ग्राम पाठशाला, इस अभियान को राष्ट्रीय मंच पर स्थान देने के लिए ऑल इंडिया रेडियो का हृदय से धन्यवाद करती है।

साथ ही आप सभी से विनम्र निवेदन है कि इस ऐतिहासिक प्रसारण को समय निकालकर अवश्य सुनें, स्वयं भी प्रेरित हों और इस संदेश को दूर-दराज़ के लोगों तक पहुँचाएँ।

आज है वह दुर्लभ पल…

जिसे यदि हमने महसूस किया, समझा और साझा किया—तो यह केवल एक कार्यक्रम नहीं रहेगा, बल्कि देश के ज्ञान-विकास की नई सुबह का उद्घोष बन जाएगा।

क्या आप तैयार हैं?

इस बदलाव के साक्षी बनने के लिए?