साहित्य मंच – टोडारायसिंह, जिला टोंक के तत्वावधान में विलुप्ति की ओर बढ़ रही नन्ही गौरैया के संरक्षण हेतु एक प्रेरक अभियान गौरैया संरक्षण – एक पहल संचालित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनमानस में पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता बढ़ाना तथा गौरैया जैसे निर्दोष, उपयोगी और घर-आँगन की शान समझी जाने वाली पक्षी को बचाने के लिए सामूहिक प्रयास को बढ़ावा देना था।
इसी कड़ी में अतिरिक्त जिला कलक्टर, टोंक श्री रामरतन सौकरियां ने इस मुहिम का समर्थन करते हुए विशेष रूप से तैयार किए गए जागरूकता फ्लेक्स पर अपने हस्ताक्षर कर आमजन से आग्रह किया कि वे अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे उपाय अपनाकर गौरैया के संरक्षण में साझेदार बनें—जैसे घरों में पानी के छोटे बर्तन रखना, दानादानी लगाना, खुले स्थान पर हरी झाड़ियाँ और पौधे उगाना इत्यादि।
कार्यक्रम में भामाशाह ओमप्रकाश जैन (बरवास), साहित्य मंच – टोडारायसिंह के संयोजक श्री शिवराज कुर्मी, तथा क्षेत्र के अन्य साहित्यप्रेमी व पर्यावरण-सचेत नागरिक भी उपस्थिति रहे। सभी ने इस पहल को समाजहित और प्रकृति-संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
यह आयोजन न केवल गौरैया संरक्षण का संदेश देता है, बल्कि यह भी प्रतिध्वनित करता है कि छोटे से छोटा प्रयास भी प्रकृति के लिए बड़ी आशा बन सकता है।
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