वृद्धजनों ने किया महिला कलाकारों का सम्मान
नाट्यवृंद ने पेश की अनूठी मिसाल
अजमेर/जय अम्बे सेवा समिति वृद्धाश्रम के आवासी बुजुर्गों के हाथों अभिनय प्रतियोगिता की विजेता महिला कलाकारों का सम्मान कर नाट्यवृंद संस्था ने अनूठी मिसाल पेश की। “वीरांगनाओं का उद्घोष” नाम से हुए इस कार्यक्रम में महिला कलाकारों ने उदा देवी पासी, कनकलता बरूआ, वेलु नाचियार, अब्बक्का चौटा, रानी कित्तूर चेनम्मा, प्रीतीलता वादेदार और तारा रानी श्रीवास्तव के शौर्य की जीवंत प्रस्तुति भी दी। अवनी ने शौर्य गीत सुनाया। मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी कालीचरण खंडेलवाल और ब्लॉगर एस पी मित्तल मुख्य अतिथि तथा आश्रमवासी तारा काबरा, विमला सोलंकी, इंदिरा सिंघल व उर्मिला देवी विशिष्ट अतिथि रहे। संयोजक उमेश कुमार चौरसिया ने बताया कि संस्था द्वारा आभासी पटल पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान हुई अल्पज्ञात वीरांगनाओं के शौर्य संवाद प्रस्तुति की अभिनय प्रतियोगिता आयोजित की थी जिसमें 26 महिला कलाकारों ने भाग लिया। मंच संचालन सह संयोजक डॉ पूनम पांडे ने किया और कार्यक्रम प्रबंध सह संयोजक संदीप पांडे ने किया।

निष्ठा सोनी के सुंदर शारदे स्तुति नृत्य से शुरू हुए समारोह में सुमन शर्मा, पुष्पा शर्मा, श्रद्धा, अंजलि हरवानी, दीक्षा मंगलानी,पुष्पा क्षेत्रपाल, पावनी पांडे व आकांक्षा को सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति सम्मान से तथा दीपशिखा,भावना, अंजू अग्रवाल, पुष्पा भट्ट,सुधा मित्तल, शुभदा भार्गव, छाया शर्मा, पूर्णिमा पाठक, मुग्धा, दिव्यांशी आरोही, नेहा आदि को सहभागिता सम्मान से पुरस्कृत किया गया। निर्णायक नाट्य निर्देशक डॉ कपिल शर्मा और टीवी एंकर प्रियदर्शिनी ने परिणामों की घोषणा की। इस अवसर पर वृद्धजन रामचंद्र और गुलाब ने देशभक्ति गीत भी सुनाए। अंत में पुष्पा क्षेत्रपाल ने आभार अभिव्यक्त किया।
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