अग्रसेन जयंती उत्सव – समाज में एकता, सेवा और संस्कृति का प्रतीक
कल दिनांक 22 सितंबर को भोपाल के BHEK क्षेत्र में अग्रसेन जयंती उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश की जानी-मानी हस्ती श्रीमती कृष्णा गौर तथा सेज यूनिवर्सिटी के संचालक श्री संजय अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अग्रसेन जयंती, महाराजा अग्रसेन की स्मृति में प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। महाराजा अग्रसेन को वैश्य समाज का आदिपुरुष माना जाता है, जिन्होंने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के सिद्धांत पर समाज में समानता, न्याय और सहयोग की परंपरा स्थापित की थी। उनका जीवन परोपकार, सत्य, उद्यमिता और सेवा की मिसाल रहा। यही कारण है कि आज भी अग्रवाल समाज ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोग उन्हें प्रेरणा स्रोत मानते हैं।
इस अवसर पर बीते एक सप्ताह से बच्चों, युवाओं और प्रौढ़ वर्ग के लिए विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। चित्रकला, निबंध लेखन, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के प्रत्येक वर्ग ने उत्सव में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई।
मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ अग्रसेन महाराज एवं माता महालक्ष्मी की भव्य आरती से हुआ। इसके पश्चात पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। मंच पर बच्चों और युवाओं ने देशभक्ति, सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित रंगारंग प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
इसके अतिरिक्त, 20 और 21 सितंबर को अग्रवाल समाज द्वारा भव्य जुलूस यात्रा निकाली गई। शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी इस यात्रा में बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के बंधु-भगिनियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शोभायात्रा में शामिल झांकियां, वाद्ययंत्र और पारंपरिक परिधान आकर्षण का केंद्र रहे। बच्चों का उत्साह और जोश देखते ही बनता था, जिसने पूरे वातावरण को जीवंत और ऊर्जा से भर दिया।
अग्रसेन जयंती उत्सव केवल एक धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को सेवा, समानता और सहयोग का संदेश देने वाला पर्व है। यह उत्सव हमें यह स्मरण कराता है कि अग्रसेन महाराज के आदर्श आज भी समाज की दिशा और दशा बदलने की क्षमता रखते हैं।
सूचना स्रोत
श्रीमती लता अग्रवाल ‘तुलजा’
पाठ्य विस्तार और प्रस्तुति