🐤कहाँ खो गयी गौरैया? डाली-डाली नीम की खाली, कहाँ खो गयी गौरैया? चीं-चीं-चीं-चीं करती उड़ती, भूरी-चितकबरी गौरैया।। सूनी पड़ी अटारी मेरी, दाना-पानी अटा पड़ा।💧 नीड़ पुराना बना बनाया, छज्जों के…
भूमिका नशा कितना घातक हो सकता है उस सबको ध्यान में रखकर प्रख्यात कवि श्री बाबूलाल नायक ने वर्तमान में युवाओं को दुखती रग को छेड़ते हुए स्थितियों को स्पष्ट…
बान्ध ‘परिण्डे’ डाली-डाली,चहक रही है,चिड़ियाँ काली। फुदक-फुदक कर,चीं-चीं-चीं करती,आँगन बीच रेत में नहाती। चोंच मारती, पंख खुजलाती, बैठ डाल पर, गीत सुनाती। कभी इधर उड़े, कभी उधर उड़े, तिनका-तिनका, ले…
साहित्य मंच, टोडारायसिंह जिला टोंक के तत्वावधान में डा. सूरज सिंह नेगी (वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जयपुर) की मुहिम 'पाती अपनों को' के तहत अखिल भारतीय स्तर की पाती लेखन प्रतियोगिता…
नशीले जाल में उलझा हुआ है नौजवां मेरा। भटकते आज मंजिल से, होगा हाल क्या तेरा? इन्हें रास्ता है दिखलाना, यही ईमान है मेरा। नशीले जाल से सुलझे, यही अरमान…
भूमिका इस कविता में आधुनिक मानव के मानसिक द्वंद्व की अवस्था का चित्रण किया गया है। इसमें लोभ, त्रास, और स्वार्थ के विरुद्ध धर्म के सात्विक युद्ध को प्रस्तुत किया…
आयोजन मुजफ्फरनगर, 11 फरवरी 2025 (मंगलवार) को होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए 'आशीर्वाद समारोह' का भव्य आयोजन किया गया।…
भूमिका अध्ययन करने वाले समस्त बालकों के समक्ष अंतिम लक्ष्य करियर ही होता है और इसी लक्ष्य को सामने रखकर समस्त बालक अपने अपने दृष्टिकोण से निरंतर प्रयास करते रहते…
वर्तमान डिजिटल युग में, हाथ से पत्र लिखने की कला धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। इसी महत्वपूर्ण कौशल को पुनर्जीवित करने और व्यक्तित्व विकास को प्रोत्साहित करने हेतु "पाती…