ओउम्
जन्मदिन की शुभ कामनाएं एवं बधाई….
देवेन्द्र जी को जन्मदिवस पर हृदय से है आज बधाई।
आज रहा लग स्वयं ईश ने इन पर कृपा है बरसाई।
परोपकार का काम रहे कर हृदय में सन्तुष्ट भाव से।
सेवा के भावों को पाला सदा-सदा ही बड़े चाव से।
सेवा और समर्पण जिनमें ईश्वर उनके संग रहते हैं।
उनके हृदय में हर पल ही सदा सुगन्धित रंग बहते हैं।
निःस्वार्थ भाव ही सदा आपके रोम रोम में बहता पाया।
हो श्रद्धा के पात्र जगत में हर कोई ये कहता पाया।
शत्याधिक वर्षी हो जीवन जन-जन ने ये ही है गाया।
विद्या का हर इच्छुक बच्चा नहीं द्वार से है लौटाया।
मात शारदे के तुम जग में सच्चे ही पाये हो साधक।
उनकी कृपा से नहीं आया कोई भी विद्या का बाधक।
मान और सम्मान आपका उलझन सुलझन करता आया।
कर्मठता लख स्वयं नवल का देखा हृदय है हरषाया।
जन्मदिवस पर यही कामना सभी क्षेत्र में नभ को छू लो।
संग स्वयं तुम परिवार के खुशियों के झूले में झूलो।
विभूति देवेंद्र जी ‘बर्थडे बॉय’
काव्य रचनाकार
कृष्णदत्त शर्मा ‘कृष्ण’ दिनांक 06.06.2025
(उलझन सुलझन की ओर से)