गंभीर सवाल

गंभीर सवाल

निर्णय या वरीयता क्रम निर्धारण को टालने की प्रवृत्ति  कारण, परिणाम और समाधान आज की तेज़ रफ़्तार दुनिया में एक आम समस्या यह बन गई है कि लोग किसी निर्णय…
कथन विश्लेषण

कथन विश्लेषण

आचार्य निखिल के कथन का भाव, मनःस्थिति और दृष्टांत सहित विश्लेषण 🌟 मूल कथन “ना कोई रात काली हो, और ना ही कोई जेब खाली हो। सब ही के समक्ष…

गर्व से भरी आँखें

गर्व से भरी आँखें जब एक बेटी बनी राष्ट्र स्तरीय विनर, तो दूसरी ने अतिथि व्याख्याता बन रचा इतिहास किसी भी माता-पिता के लिए सबसे बड़ा सुख वह क्षण होता…
अनुशासित विरासत

अनुशासित विरासत

जनपद सहारनपुर में हमारे गुर्जरों के पुरखे खाने में बहुत अनुशासित थे। बासमती के सुगंधित चावल, उनके साथ धीमी धीमी आंच पर पकने वाली उड़द की दाल और देशी घी…

चूज़ी होकर हम क्या-क्या खोते चले जाते हैं

🌿 चूज़ी होकर हम क्या-क्या खोते चले जाते हैं? (पुरातन सूत्र — “उलझ उलझ सुलझाना सीखो” के संदर्भ में एक जीवनमूलक विचार लेख) जीवन के रास्ते पर चलते हुए हम…
समझने की जरूरत

समझने की जरूरत

भोले रहना कमजोरी नहीं, अपितु मानवता की शक्ति समाज के प्रत्येक कोने में तीन स्पष्ट प्रवृत्तियाँ देखी जा सकती हैं— भोले, चतुर, और शातिर। ये तीनों मानव स्वभाव के तीन…
श्रीमती छाया द्वारा व्यक्तित्व का विश्लेषण

श्रीमती छाया द्वारा व्यक्तित्व का विश्लेषण

प्रस्तावना साहित्य की वह दिशा, जहाँ संवेदना और समर्पण का संगम होता है, वहीं से उभरती हैं कवयित्री नेहा कटारा जैसी रचनाधर्मी प्रतिभाएँ। राजस्थान के सिरोही ज़िले के पिण्डवाड़ा नगर…
वीडियो सार

वीडियो सार

वीडियो लिंक 🔗 https://youtube.com/shorts/Hd1dEdTvb38?si=ZbsX9seTn9tXRawk सारांश फिल्म अभिनेता राजपाल यादव ने महात्मा गांधी के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी जी के बारे में बोलना…

जाति

जाति... एक पेशे से लेकर बंद वर्ग तक! जाति व्यवस्था मेरा पसंदीदा विषय नहीं है। एक सज्जन ने इस पर हमारे विचार मांगे हैं। सोचा कुछ लिखता हूं। एक बार…

आत्मचिंतन

आचार्य निखिल का आत्मचिंतन "जब मैंने कहा कि अपनों से सचमुच अपनापन चाहते हो तो उनसे बेवजह भी मिलो, तो मेरे मन में यही चल रहा था कि रिश्ते किसी…