जनपद सहारनपुर में हमारे गुर्जरों के पुरखे खाने में बहुत अनुशासित थे। बासमती के सुगंधित चावल, उनके साथ धीमी धीमी आंच पर पकने वाली उड़द की दाल और देशी घी…
🌿 चूज़ी होकर हम क्या-क्या खोते चले जाते हैं? (पुरातन सूत्र — “उलझ उलझ सुलझाना सीखो” के संदर्भ में एक जीवनमूलक विचार लेख) जीवन के रास्ते पर चलते हुए हम…
भोले रहना कमजोरी नहीं, अपितु मानवता की शक्ति समाज के प्रत्येक कोने में तीन स्पष्ट प्रवृत्तियाँ देखी जा सकती हैं— भोले, चतुर, और शातिर। ये तीनों मानव स्वभाव के तीन…
प्रस्तावना साहित्य की वह दिशा, जहाँ संवेदना और समर्पण का संगम होता है, वहीं से उभरती हैं कवयित्री नेहा कटारा जैसी रचनाधर्मी प्रतिभाएँ। राजस्थान के सिरोही ज़िले के पिण्डवाड़ा नगर…
वीडियो लिंक 🔗 https://youtube.com/shorts/Hd1dEdTvb38?si=ZbsX9seTn9tXRawk सारांश फिल्म अभिनेता राजपाल यादव ने महात्मा गांधी के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी जी के बारे में बोलना…