मुकेश कुमावत ‘मंगल’ की रचनाएं

मुकेश कुमावत ‘मंगल’ की रचनाएं

मुक्तक सरकारी की दुनिया में, निजी का मान घट जाता है, राजा की गलती पर वाहवाही, तो नौकर पिट जाता है, ईमानदारी से दो वक्त की रोटी कमाने वाला व्यक्ति,…
कविता ‘लाल्ली’

कविता ‘लाल्ली’

लाल्ली 'लाल्ली' का सम्बोधन ऐसा लाड़ टपकता दिखता है। बेटी बहना हर लड़‌की से यह पावनतम रिश्ता है।।   छोटी बहना को जब भैया खुश होकर 'लाल्ली' कहता। तब अनुजा…
जीवट के धनी हैं राजेश जी

जीवट के धनी हैं राजेश जी

जीवट के धनी राजेश पाल जी से मुलाकात साथियो! आज हमारे साथ हैं राजस्थान राज्य से बच्चों के प्रिय शिक्षक व भामाशाह श्री राजेश पाल मीणा जी। आप वर्तमान में…
मिलकर खेलें होली

मिलकर खेलें होली

मिलकर खेलें होली आओ मेरे संगीसाथी, आओ मेरे हमजोली। रंगों का त्योहार है आया, मिलकर खेलें होली ।। लाल-गुलाबी-नीली-पीली, आओ गुलाल उड़ाएं। रंग जाएं सब रंगों में हम, मिलकर मौज…
होली पर विशेष

होली पर विशेष

'निराली होली' रास रचाऊं तुम्हरे संग जब रंग जमेगा होली में, तन मन जायेगा रंग फिर धूम मचेगी होली में।   सब बैर भाव को भूल, हृदय के तार मिला…
नई कविता श्री केदार शर्मा की

नई कविता श्री केदार शर्मा की

कुंडलियां छंद में हाइटेक है होली ढोल मजीरे खो गए, फक़त रह गया फाग। कहाँ गई अब टोलियाँ, समय रहा है भाग। समय रहा है भाग, हाईटेक है होली। नेटवर्क…
प्रेरणा के तत्वावधान में पुस्तक विमोचन

प्रेरणा के तत्वावधान में पुस्तक विमोचन

'विमर्श भारत का' पुस्तक के विमोचन का समारोह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने पुस्तक विमोचन के अवसर पर कहा कि "भारत की राष्ट्रीयता के संबंध…
मुक्तकों की दुनिया

मुक्तकों की दुनिया

मुक्तक एक बुलाकर पास में हमको, लिस्ट लंबी थमाते हो। हमारी  जेब  का  पैसा, बिना  सोचे  उड़ाते हो। कभी चूड़ी कभी कंगन, कभी तो हार सोने का जिद्द कर खूब…
होली आई रे!

होली आई रे!

।। होली आई रे!।। हाँ रे! होली आई रे, फागुन री मस्ती छाई रे!, होली आई रे.. होली खेली थी महाराणा ने, हल्दीघाटी सजा दिया, खून की होली खेली, मुगलों…
नारी पर विशेष – कृष्णदत्त शर्मा ‘कृष्ण’

नारी पर विशेष – कृष्णदत्त शर्मा ‘कृष्ण’

महिला दिवस महिला दिवस है तभी सार्थक जब होवे सम्मानित नारी। नर नारी का भेद जाय मिट वो होवे समता अधिकारी।। वैसे तो महिला दिवस सदा नित नित ही मनता…