निष्क्रियता का रोग

निष्क्रियता का रोग जागो, जीवन पुकार रहा है आज के समय में बहुत से लोग कहते हैं — “अब कुछ करने का मन नहीं करता।” यह वाक्य सुनने में साधारण…

पेड़ लगाएं, पेड़ बचाएं

साहित्य मंच -टोडारायसिंह जिला टोंक के तत्वावधान में डा. सूरज सिंह नेगी साहब की अनूठी मुहिम, पाती अपनों को, के तहत घोषित प्रतियोगिता, पेड़ लगाएं, पेड़ बचाएं के तहत श्री…

🌿 न्यास चिकित्सा के सिद्धांत

🌿 न्यास चिकित्सा के सिद्धांत जब कोई रोगी दवाइयाँ खाते-खाते और उपचार कराते-कराते निराश हो जाता है, तब वह न्यास चिकित्सा की ओर आता है। परंतु विडंबना यह है कि…

आगे बढ़ने के जुनून से जगती अलख

आगे बढ़ने के जुनून से जगती अलख (एक समाजशास्त्रीय दृष्टि) गुर्जर समाज की नई पीढ़ी आज शिक्षा के क्षेत्र में वह इतिहास लिख रही है, जो कभी समाज के पुरखों…

आत्मकथ्य

आत्मकथ्य – अशोक गुर्जर जब-जब हमारे समाज का कोई युवा अपने परिश्रम, लगन और प्रतिभा से नई ऊँचाइयाँ छूता है, तब-तब यह हृदय गर्व से भर जाता है। आज मैं…

एक अभियान

पाती अपनों को मुहिम के तहत अखिल भारतीय पाती लेखन प्रतियोगिता की घोषणा करते हुए हमको हर्ष की अनुभूति हो रही है। इस बार का विषय है एक पाती मेरे…

जयपुर का सम्मान समारोह

स्वामी विवेकानंद बालिका शिक्षा प्रचार समिति जयपुर में शिक्षक-सम्मान समारोह डॉ. नाज़ परवीन सहित 56 शिक्षकों को नवाचार और उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया जयपुर, 6 सितंबर 2025। स्वामी…
शब्दों का साधक

शब्दों का साधक

शब्दों का साधक अनिरुद्ध बाहर से एक साधारण युवक था—नौकरी, दोस्त और हँसी-मज़ाक से भरा जीवन। लेकिन भीतर उसका मन एक अलग ही दुनिया में जीता था। रात के सन्नाटे…
उषा जी की रचना

उषा जी की रचना

कविता छोडा़ हमने राम को कितना - जीतने की चाह में, जीवन की राह में, आगे बढ़ गए हम इतना, छोडा़ हमने राम को कितना, जीवन में अब आराम कहाँ…

समाज और राजनीति में जातीय चिंतन

समाज और राजनीति में जातीय चिंतन आवश्यक विभाजन भारतीय समाज में जाति एक संवेदनशील और स्थायी मुद्दा रही है। समाज की संरचना, रिश्तों की बुनावट और सामाजिक न्याय की बहसों…