साहित्य मंच टोडारायसिंह की प्रेरणा से, फादर्स डे, के अवसर पर सार्वजनिक पुस्तकालय के युवाओं ने अपने पिताश्री को पत्र लिखकर अपने मन के भावों को सहज रूप से पत्र के माध्यम से प्रकट किया।
आदरणीय डॉ. सूरज सिंह नेगी साहब की अनूठी मुहिम ‘पाती अपनों को’ का असर आज भी दिखाई दे रहा है। मोबाइल के युग में किसको पत्र लिखने की पड़ी है। लेकिन मन के भाव तो पत्र के माध्यम से प्रकट करने पर ही स्वाभाविक आनन्द की अनुभूति होती है। आज के युवाओं को केवल इशारे की आवश्यकता है। युवा अब हिंदी ही नहीं अंग्रेजी में भी पत्र लेखन करने लगे हैं। डॉ नेगी साहब की मुहिम का कमाल है। बहुत बहुत साधुवाद।
एक छात्रा पलक्षी, मालपुरा द्वारा फादर्स डे के अवसर पर बनायी पेंटिंग देखें।
सूचना स्रोत
श्री शिवराज जी कुर्मी

प्रस्तुति