परी बाज़ार सीज़न 6 — विशेष सूचना
परी बाज़ार: स्त्री-स्वावलंबन की ऐतिहासिक परंपरा
साम्राज्यकाल में ‘मीना बाज़ार’ का उल्लेख मिलता है, जहाँ केवल महिलाओं द्वारा संचालित और महिलाओं के लिए आयोजित बाज़ार लगते थे। इसी तर्ज पर लगभग 150 वर्ष पूर्व भोपाल की नवाब शाहजहाँ बेगम ने “परी बाज़ार” की स्थापना की थी। इसी सांस्कृतिक विरासत को वर्ष 2019 से आधुनिक स्वरूप में आगे बढ़ाया है भोपाल की सुश्री रख्सां शमीम ज़ाहिद ने। वे “बेगम्स ऑफ भोपाल क्लब” द्वारा आयोजित परी बाज़ार के माध्यम से व्यवसाय के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं को एक सशक्त मंच प्रदान करती हैं।
इस वर्ष “परी बाज़ार सीज़न 6” का आयोजन गौहर महल में होने जा रहा है, जहाँ आप विभिन्न कलाओं के क्षेत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी देख सकेंगे। यहाँ अनेक हस्तकला-निर्मित खूबसूरत परिधान, सजावटी वस्तुएँ मिलेंगी और विविध सांस्कृतिक आयोजनों का आनंद भी प्राप्त होगा। साथ ही, क्लब स्थानीय प्रतिभाओं को उनके क्षेत्र विशेष में प्राप्त उपलब्धियों के आधार पर सम्मानित करने हेतु चयन करता है।
क्लब की उपाध्यक्ष सुश्री बीनू धीर एवं तमसील खान ने इस वर्ष सम्मानित सदस्यों की सूची जारी की, जिसमें भोपाल की वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. लता अग्रवाल ‘तुलजा’ को साहित्य के क्षेत्र में उनके असाधारण कृतित्व के आधार पर—
ANWA AWARDS
WOMAN OF EXTRAORDINAIRE
(Literary Excellence)
के लिए चयनित किया गया है।
लता जी से बात करने पर उन्होंने कहा—
“बहुत खुश हूँ। मेरे लिए यह गर्व का विषय है कि ‘बेगम्स ऑफ भोपाल क्लब’ द्वारा आयोजित परी बाज़ार जैसे ऐतिहासिक उत्सव में मुझे सम्मानित किया जा रहा है। यह हमें आश्वस्त करता है कि एक लेखक की कलम सही दिशा में आगे बढ़ रही है।”
लता जी ने बताया कि रख्सां जी अत्यंत विनम्र व्यक्तित्व की धनी हैं। उनसे पहली बार परिचय एक आयोजन में हुआ, जहाँ मुझे ‘बेगम्स ऑफ भोपाल’ के बारे में वक्तव्य देना था। मेरे वक्तव्य से वे काफी प्रभावित हुईं और उसी समय मैं इस समूह का एक छोटा सा हिस्सा बन गई।
इसके साथ ही लता जी भोपाल वासियों, विशेषकर महिलाओं से अपील करती हैं कि—
“परी बाज़ार स्त्रियों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है। अतः आप सभी भोपाल की इस सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने में अपना भरपूर योगदान दें और इस आयोजन में अधिकाधिक उपस्थिति दर्ज कराएँ।”


सूचना स्रोत
श्रीमती लता अग्रवाल जी
पाठ्य उन्नयन और विस्तार व प्रस्तुति



