नवाचार
डॉ राकेश राणा

नवाचार

कचरे को कंचन बनाने का हुनर सीखा

आज एम.एम.एच. कॉलेज ग़ाज़ियाबाद में इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन सेल और इको क्लब के संयुक्त तत्वावधान में वेस्ट मैनेजमेंट के सृजनात्मक आयामों पर अंतर्विद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया!

इसमें स्नातक और परास्नातक स्तर के छात्र छात्राओं ने बड़े स्तर पर भागीदारी की। जनपद ग़ाज़ियाबाद के प्रमुख महाविद्यालय  शम्भूदयाल डिग्री कॉलेज, एल.आर. कॉलेज, साहिबाबाद, वी.एम.एल.जी. कॉलेज, रॉयल कॉलेज, रामा कॉलेज के 87 प्रतिभागियों ने इसमें हिस्सा लिया।

वेस्ट मैटेरियल से विद्यार्थियों ने बहुत सुंदर, आकर्षक और क्रिएटिव मॉडल बनाये। प्रतिभागियों के हुनर का मूल्यांकन प्रोफेसर श्रीमती आलोक जी और प्रोफेसर जौहरी आई. टी. एस. मोहन नगर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में दोनों जूरी सदस्यों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।

इको क्लब की कन्वीनर डॉ रीमा उपाध्याय ने वेस्ट मैनेजमेंट के महत्व को समझाया। वहीं आई आई सी कन्वीनर प्रोफेसर अपर्णा मल्होत्रा ने एम एम एच कॉलेज की इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन सेल के विकास क्रम पर प्रकाश डालते हुए सेल की प्रमुख उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की।

महाविद्यालय के प्राचार्य जी प्रोफेसर संजय सिंह ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए वेस्ट मैनेजमेंट की भूमिका के लिए पर्यावरण संरक्षण में योगदान पर चर्चा की। सफल संचालन कर रही एकता कसाना ने प्रतिभागियों से सवाल पूछकर कार्यक्रम को इंटरैक्टिव बनाया।

वहीं कार्यक्रम के अंत में एम. एम. एच. कॉलेज की इनोवेशन सेल के कोर्डिनेटर प्रोफेसर डॉ राकेश राणा ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। अंत में प्रतियोगिता का परिणाम घोषित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर संजय सिंह ने सभी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाते हुए प्रेरक संदेश दिया। कचरे के सदुपयोग की इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रॉयल कॉलेज ऑफ लॉ की छात्रा पारुल ने हासिल किया। वहीं द्वितीय स्थान एल. आर. कॉलेज की रिया का रहा तथा तृतीय स्थान पर एम. एम. एच. कॉलेज की आकांक्षा और रूपम रहीं। एम. एम. एच. की ही बी काम की छात्राओं गुनगुन, आकांक्षा और हिना को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। एक सांत्वना प्राइज रॉयल कॉलेज के बी काम स्टूडेंट प्रियांश को भी दिया गया। इस सफल आयोजन के लिए प्राचार्य जी ने सभी सक्रिय शिक्षकों की सराहना की, विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।

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पाठ्य उन्नयन और विस्तार व प्रस्तुति