प्रगति की ओर बढ़ते कदम

प्रगति की ओर बढ़ते कदम

प्रगति की ओर बढ़ते कदम

महात्मा गांधी विद्यालय, बनेठा

छात्रों की उल्लेखनीय उपलब्धि

प्रेषक : श्री हंसराज तंवर

(जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान प्राप्त शिक्षक, महात्मा गांधी विद्यालय, बनेठा

बनेठा क्षेत्र के महात्मा गांधी विद्यालय के दो विद्यार्थियों ने हाल ही में प्राप्त उपलब्धियों के माध्यम से न केवल विद्यालय का नाम रोशन किया है, बल्कि यह सिद्ध किया है कि संकल्प, परिश्रम और मार्गदर्शन के माध्यम से हर छात्र सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।

शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत छात्रवृत्तियों और प्रोत्साहन की जो सुविधाएं दी जा रही हैं, उनमें से एक राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा (NMMS) में फतेहगंज निवासी करीना चौधरी, पुत्री श्री भागचंद जाट का चयन हुआ है। इस योजना के अंतर्गत करीना को आगामी चार वर्षों तक प्रति वर्ष ₹12,000 की छात्रवृत्ति प्राप्त होगी, बशर्ते वह उत्तम परीक्षा परिणाम बनाए रखे। यह छात्रा विद्यालय की होनहार बालिकाओं में से एक रही है, और उसकी इस सफलता से विद्यालय का गौरव बढ़ा है।

इसी क्रम में राज्य सरकार की गुरुकुल योजना के अंतर्गत बनेठा के मीनों की झौपड़ियों से आयुष, पुत्र श्री मस्तराम मीना का चयन हुआ है। यह योजना विशेष रूप से पिछड़े, वंचित और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिए संचालित की जाती है। चयन के पश्चात आयुष अब राज्य के किसी प्रतिष्ठित सरकारी या निजी विद्यालय में कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई पूर्ण रूप से निशुल्क कर सकेगा।

इन दोनों उपलब्धियों ने विद्यालय में हर्ष का वातावरण बना दिया है। प्रधानाचार्य श्री फराद सईद खान, कक्षा शिक्षक श्री संजय कुमार मीना, श्री वैभव भारद्वाज, और अभिभावकों ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही विद्यालय के समस्त स्टाफ ने भी इस अवसर पर हर्ष व्यक्त किया।

इस प्रकार की योजनाएं न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करती हैं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए नई राहें खोलती हैं। यह सफलता महात्मा गांधी विद्यालय, बनेठा के गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक वातावरण और शिक्षकों की समर्पित मेहनत का परिणाम है।

सूचना स्रोत

श्री हंसराज तंवर

जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान प्राप्त

महात्मा गांधी विद्यालय, बनेठा

(राजस्थान)

पाठ्य उन्नाय न