सायली छंद
भारतवासी
मांगें हिसाब
हर आँसू का
आतंक खिलाफ
जगत।
पामर
पाकिस्तानी गीदड
जा जा जा
हिन्द देश
शेर ।
कफन
लपेट चले
भारत के दीवाने
हाहाकार मचा
सरहद ।
आर्यावर्त
हम अंकुर
जिसकी शान निराली
पिटकर उछलता
धिक्कार।
देखो
शर्मसार मानवता
खेल रचाया खूनी
शूरवीर हुंकार
चाहिए ।
रचनाकार
डॉo छाया शर्मा
अजमेर, राजस्थान
प्रस्तुति