✨ सतरंगे मोती का हुआ भव्य विमोचन
📖 आयोजन स्थल और प्रारंभ
टोंक, रविवार 17 अगस्त 2025 को रेखा जैन ‘प्रकाश’ द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘सतरंगे मोती’ का विमोचन समारोह शीतल होटल, टोंक में आयोजित हुआ।
यह कृति राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित हुई है।
कार्यक्रम का शुभारंभ हनुमान बादाम जी द्वारा मंगलमय सरस्वती वंदना से हुआ।
🌈 पुस्तक और उसके सात रंग
साहित्यकार रमेश जी चौधरी ने पुस्तक के स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए कहा –
“सतरंगे मोती में जीवन के सात रंग – आशा, विश्वास, प्रेम, साहस, संयम, धैर्य और करुणा – हर परिस्थिति और हर काल में दृष्टिगोचर होते हैं।”
वरिष्ठ साहित्य प्रेमियों – ममता जाट मंजुला, महावीर शर्मा (पर्यावरण प्रेमी), तथा बदरमिया साहब – ने भी पुस्तक की गहराई और महत्व पर अपने विचार रखे।
👩💼 लेखिका की अभिव्यक्ति
लेखिका रेखा जैन ‘प्रकाश’ ने अपने वक्तव्य में अपनी लेखन और पठन यात्रा को बचपन से वर्तमान तक बड़े भावुक और सजीव रूप में प्रस्तुत किया।
उनके भाई संजय जैन ने भी उनके बचपन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि लेखन उनके लिए केवल शौक नहीं, बल्कि जीवन का संस्कार है।
🏛️ मुख्य अतिथि व अध्यक्षीय विचार
मुख्य अतिथि डॉ. सूरज सिंह नेगी ने कहा –
“लेखन से मौलिकता आती है और साहित्य को एक नया आयाम मिलता है। हमें ऐसा साहित्य रचना चाहिए, जो प्रेरणास्पद हो और समाज को आदर्श मार्गदर्शन दे।”
उन्होंने साहित्यिक कृतियों की समीक्षा की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
अध्यक्ष डॉ. बसंत सिंह सोलंकी (सचिव, राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर) ने कहा –
“पाठक और लेखक का संबंध आत्मा और शरीर की भांति होता है। लेखक अपनी आत्मा से उपजे विचारों को पुस्तक में मूर्त रूप देता है।”
साथ ही उन्होंने अकादमी की योजनाओं और नवोदित लेखकों के लिए आयोजित लेखन कार्यशालाओं की जानकारी दी और सहभागिता का आह्वान किया।
🎙️ विशिष्ट अतिथियों के विचार
विशिष्ट अतिथि – अशोक सक्सेना, डॉ. मनु शर्मा, डॉ. जिया टोंकी, कमलनयन खंडेलवाल, तथा वरिष्ठ कवयित्री सुनीता जैन “रूपम” – ने पुस्तक पर गहन चर्चा की।
सुनीता जी ने कहा –
“मोती का रंग एक ही होता है, किंतु जब उन्हें भावनाओं – प्रेम, वात्सल्य, करुणा, देशप्रेम और विश्वास – से ओतप्रोत किया जाए, तो वे सात रंगों का इंद्रधनुष बन जाते हैं। यही जादू इस काव्य संग्रह में दिखाई देता है।”
👥 गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर विभिन्न शहरों से पधारे अनेक साहित्यप्रेमी, समाजसेवी और वरिष्ठ जन उपस्थित रहे –
शिवराज कुर्मी (साहित्य मंच टोडारायसिंह), रमेश घायल, टीकाराम राजवंशी, शंकर लाल सैनी, मिर्जा नसीम बेग, मुमताज उस्मानी, महबूब उस्मानी, बदरमिया साहब, फईमुद्दीन साहब, डॉ. प्रमोद शर्मा, रमेश साहू, फिल्म निर्माता डीडी मंगल बैरन, साहित्य सारथी मंच टोंक के सदस्य, अशोक जैन, विमल जैन, जाहिद टोंकी साहब सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
🎶 सांस्कृतिक प्रस्तुति
कार्यक्रम में टोंक के प्रसिद्ध गायक धनराज साहू ने ‘मधुबन खुशबू देता है’ गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
🙏 संचालन और आभार
समारोह का संचालन राष्ट्रीय कवि प्रदीप पंवार ने किया।
अंत में लेखिका रेखा जैन “प्रकाश” ने सभी आगंतुकों, अतिथियों और राजस्थान साहित्य अकादमी का हृदय से आभार प्रकट किया।
🌺 समापन
कार्यक्रम का समापन स्नेहभोज और स्नेहमिलन के साथ हुआ।
सभी साहित्य प्रेमियों एवं परिजनों ने लेखिका को ‘सतरंगे मोती’ के विमोचन पर बधाइयाँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएँ कीं।
अन्य समाचारी दृष्टिकोण
साहित्यकार एवं कवियत्री आदरणीया रेखा जैन, टोंक के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के द्वारा चयनित पुस्तक, सतरंगे मोती,का मंचासीन अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में जाने का अवसर मिला। श्री बसंत कुमार सोलंकी, सचिव राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर का दुपट्टा पहनाकर,गौरैया की पुकार, पुस्तक डॉ नेगी साहब के सानिध्य में भेंट की गई।
सूचना स्रोत
श्रीमती रेखा जैन जी एवं

पाठ्य उन्नयन एवं विस्तार
प्रस्तुति