स्मरण योग्य शख्सियतें

स्मरण योग्य शख्सियतें

भूमिका

साथियो! आइए आज बात करते हैं उन मानव संसाधनों की जो आज हमारे मध्य नहीं लेकिन उनका स्मरण बरबस हो आता है तो उनके जीवन के प्रति नजरिए से और उनके कार्यों के प्रति समर्पित भाव से।

विवरण

हम उन लोगों का सदैव स्मरण करते हैं जो अपने शब्दों के प्रति समर्पित होते हैं क्योंकि उनके जीवन में उनकी बातों और कर्मों के बीच गहरा सामंजस्य होता है। ऐसे लोग अपनी प्रतिबद्धता, ईमानदारी और सच्चाई के प्रतीक बन जाते हैं। उनकी कही हुई बातों में एक भरोसा होता है, जो दूसरों को प्रेरित करता है और समाज में एक आदर्श स्थापित करता है। यद्यपि स्मरण ऐसे लोगों का भी होता है जो हमारे निकट रिश्तों में या फिर नकारात्मक जीवन शैली लिए होते हैं लेकिन आदर्श प्रस्तुत करने वालों का स्थान समाज में और मानव हृदय में सदैव ही विशिष्ट कोटि का रहा है।

उनका समर्पण न केवल उनके व्यक्तित्व को विशेष बनाता है, बल्कि उनके द्वारा किए गए कार्य लंबे समय तक लोगों के दिलों और दिमाग में छाप छोड़ते हैं। चाहे वह महात्मा गांधी हों, जिन्होंने सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाया, या एपीजे अब्दुल कलाम अथवा, जिन्होंने हमारे जीवन में विशेष भूमिका निभाई और जिनको कि हम अंतर्तम  तक समझ पाए। उन्होंने जिन्होंने कि अपने विचारों को कार्यरूप में परिणत कर देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया।

हम उन्हें इसलिए याद करते हैं क्योंकि उन्होंने दिखाया कि अपने शब्दों पर कायम रहना न केवल एक नैतिक गुण है, बल्कि यह समाज को बदलने और बेहतर बनाने का एक प्रभावशाली तरीका भी है। उनका जीवन यह सिखाता है कि समर्पण और सत्यनिष्ठा के साथ जीने से इंसान न केवल खुद को बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा दे सकता है।

शब्दशिल्प

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