बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा पर विधिक जागरूकता कार्यक्रम
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, टोंक एवं साहित्य मंच टोडारायसिंह के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बग्गीखाना में एक विशेष विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा के महत्व, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान एवं पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर विषयों पर छात्राओं और महिला स्टाफ को जागरूक करना रहा। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिनेश कुमार जलुथरिया ने की। उनके साथ साहित्य मंच टोडारायसिंह के संयोजक शिवराज कुर्मी भी मंच पर उपस्थित रहे।
सचिव जलुथरिया ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि
“बालिका शिक्षा समाज की प्रगति का सबसे मजबूत स्तंभ है। एक शिक्षित बेटी न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज का भविष्य संवारती है।”
उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या, पीसीपीएनडीटी एक्ट (पूर्व गर्भधारण एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम), महिला अधिकारों और पॉक्सो एक्ट (बच्चों को लैंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम) के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि
“इन कानूनों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है। समाज में व्याप्त लैंगिक भेदभाव को खत्म करने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा। महिलाओं को कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करना बेहद आवश्यक है।”
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को प्रेरित करते हुए जलुथरिया ने बताया कि आज की बालिका कल की राष्ट्रनिर्माता है। उन्होंने छात्राओं को अपने अधिकारों की जानकारी रखने और किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में विधिक सहायता लेने की अपील की।
कार्यक्रम में भामाशाह ओमप्रकाश जैन बरवास के सहयोग से जरूरतमंद छात्राओं को चप्पलों का वितरण भी किया गया ताकि इस पहल द्वारा छात्राओं की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके। इस अवसर पर विधिक सेवा प्रतिरक्षा अधिवक्ता बेणीप्रसाद गुर्जर, विद्यालय स्टाफ एवं पीएलवी हुकमचंद वर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। विद्यालय परिवार ने इस संयुक्त प्रयास की सराहना की और ऐसे कार्यक्रमों को समाज के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।
चित्रशाला
वीडियो
प्रस्तुति