बाबा साहब का स्मरण

बाबा साहब का स्मरण

बाबा साहब का स्मरण दिनांक: 14 अप्रैल 2025 स्थान: मेरठ शहर, उत्तर प्रदेश 'नींव' संस्था ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर झुग्गीवासियों को प्रेरित किया और उनका आह्वान किया कि…
अम्बेडकर जयंती पर कार्यक्रम

अम्बेडकर जयंती पर कार्यक्रम

कार्यक्रम विवरण दिनाक 14 अप्रैल को बाबा भीमराम अम्बेडकर जयन्ती के उपलक्ष्य में ग्राम गगौल (जनपद मेरठ, उत्तर प्रदेश) के जाटव समाज के नवयुवकों की पहल से नवनिर्मित अम्बेडकर भवन…
अनुकरण योग्य पहल

अनुकरण योग्य पहल

युवा समूह की प्रेरणास्पद पहल महापुरुषों की स्मृति में मासिक ट्विटर स्पेस आयोजन एक अनूठा प्रयोग सहभागिता करें उत्साह बढ़ाएं देश के महान महापुरुषों को स्मरण करने और उनके जीवन…
स्नेहिल गुज़ारिश

स्नेहिल गुज़ारिश

बस लहजा ही तो नरम चाहिए एक स्नेहिल गुज़ारिश आज की दुनिया में हर कोई दौड़ रहा है—कभी करियर की दिशा में, कभी समय से आगे निकलने की होड़ में,…
डॉ अम्बेडकर के कथन से सीखें

डॉ अम्बेडकर के कथन से सीखें

"साक्षरता का असली मूल्य: समाज के प्रति उत्तरदायित्व" डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों की रोशनी में डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिनकी बुद्धिमता और दूरदृष्टि ने भारत को एक समतामूलक संविधान दिया,…
पर्दे के पीछे का सच

पर्दे के पीछे का सच

एक पवित्र प्रयास जो विस्मृत हो गया हम जब भी डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम लेते हैं, तो हमारे मन में एक महान विचारक, संविधान निर्माता और समाज सुधारक की…
सफलता की गाथा

सफलता की गाथा

आपका अपना 'ग्रीन इंडिया' 13 वर्ष का हो गया। वैसे हम 12 वर्ष  से इसका प्रकाशन कर रहे हैं। 15 अप्रैल 2013 को जब हमने इस  की शुरुआत की थी…
डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दोहावली

डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दोहावली

।। दोहावली ।। भीमराव की मात है, भीम बाई सकपाल। पिताजी ज्ञानि राम जी, मालोजी सकपाल।।१।। समाज सुधारक ही बने, दलित मसीहा जान। संविधान निर्माता ही, मिली बड़ी पहचान।।२।। भीमराव…
कमी ही बन गई ताकत

कमी ही बन गई ताकत

भूमिका प्रेरणा-पत्र है यह शेखर की निम्नवर्णित कहानी हमें यह सिखाती है कि असली ताकत शरीर नहीं, अपितु आत्मविश्वास और संकल्प है। महज तीन फीट की ऊंचाई होने के बावजूद…
पर उपदेश कुशल बहुतेरे

पर उपदेश कुशल बहुतेरे

पर उपदेश कुशल बहुतेरे उपदेश दूसरों को देते जगह जगह ही मिल जाते हैं। उनके सुन्दर वचनों को सुन श्रोता के मुख खिल जाते हैं। दहेज की उत्पीड़न गाथा नित-नित…