अपनी अपनी राह

अपनी अपनी राह

।। अपनी-अपनी राह।। 28-03-2025 मानव तेरी मानवता का, रंग तूने खूब जमाया, धर्म पुण्य का भेद बुलाकर, सब जीवों को है खाया, धन खाया, जमीन खाई, रिश्ते नाते, प्रेम को…
श्रीमद्भगवतगीता में ही समाया है सम्पूर्ण जीवन 

श्रीमद्भगवतगीता में ही समाया है सम्पूर्ण जीवन 

"श्रीमद्भगवतगीता में ही समाया है सम्पूर्ण जीवन!"- आचार्य श्रीराधाकृष्ण मनोडी जी "मानव जाति के लिए यदि कोई एक जीवन संहिता है या जीवन को दिशा देने वाला कोई एक ग्रंथ…
दयाशंकर जी का काव्य

दयाशंकर जी का काव्य

काँटों से डर जाने वाले, घावों को क्या जानेंगे। शब्द उधारी में लेते जो, भावों को क्या जानेंगे।। दो कौड़ी में बिकने वाले, दीप दिखाते सूरज को। लहरों से भय…
अपनी अपनी राह

अपनी अपनी राह

।।अपनी-अपनी राह।। ।।सच्चाई।। लिखना सब जानते हैं, पर पढ़ना जानता बिरला ही, बोलना सब जानते हैं, पर सुनना जानता बिरला ही, अरे! लिखने-बोलने से कुछ नहीं होता,  ज्ञान के सागर…
होली चाइल्ड स्कूल जड़ौदा में खेलकूद

होली चाइल्ड स्कूल जड़ौदा में खेलकूद

आज दिनांक 27.03.2025 को होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के प्रागंण में त्रिदिवसीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता 2024-25 के समापन के अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों महामंडलेश्वर अध्यक्ष…
हिंदू नववर्ष पर कवि मुकेश की मंगल कामना

हिंदू नववर्ष पर कवि मुकेश की मंगल कामना

।। नववर्ष पर खुशहाली की कामना।। हिन्दू नव वर्ष की मंगल वेला पर, सब ही को कोटि-कोटि प्रणाम। तन-मन-धन से सुखी रहें सब, ईश कृपा से पूर्ण हों सब काम।।…
अपनी अपनी बात

अपनी अपनी बात

।। अपनी-अपनी राह।। गरीबों की गरीबी पर कोई तो है, जो तरस खाता है, कोई है जो इनकी लाचारी को, समझ नहीं पाता है, किसी निर्धन के घावों पर, मरहम…
श्योराज जी के दोहे

श्योराज जी के दोहे

दोहे जीवन यह अनमोल है, याद रखो यह बात। प्रेम करो हर एक से, मत करना प्रतिघात।। मानव जीवन एक सा, भिन्न मिले पर सार। कोई धोखा खा रहा, कोई…
रक्तदान एक पुण्य का कार्य

रक्तदान एक पुण्य का कार्य

आज राष्ट्रीय इंटर कालेज नूरनगर में रक्तदान महादान कार्यक्रम में लोगो ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया जिसमे महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय स्टाफ और…
डॉ नाज़ परवीन की नई कविता

डॉ नाज़ परवीन की नई कविता

तुम बिखेर देना मुझे...!! सुनो...! झूठ कहते हैं लोग कि तुम कम बोलते हो! मैंने तुम्हारे लिखे शब्दों की पुकार को सुना है! देखा है तुम्हारी उत्तेजनाओं को, देखा है…