पहलगाम

पहलगाम

देश-विदेश के सैलानी धरती के स्वर्ग जम्मू कश्मीर को देखने जाते हैं,

यह कैसा दुर्भाग्य कि जो , हँसते-हँसते गए, इस बार रोते-रोते आये हैं,

पाकिस्तानी आतंकियों ने हिन्दुओं को को ये कैसा घाव दिया?

आओ! हम सब मिलकर इन आतंकी मुंडो से भारत माँ का आँगन सजाते हैं।।

पहलगाम के आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया,

घर-आंगन बसने से पहले ही नववधुओं के सपनों को तोड़ दिया,

कब तक यूं ही मौन बैठे रक्तिम आंसू बहायेंगे मोदी जी,

जागो भाईयो!, हर मौत का हिसाब करना होगा अहिंसा के मार्ग को छोड़ करके।।

मुकेश कुमावत ‘मंगल’

टोंक।