प्रभाव

प्रभाव

निजता का ले नाम जगत में,
नंगापन हृदयेश हुआ।।
सदा सभ्यता से आवृत्त जो,
नंगा सब परिवेश हुआ।।
नंगों को नंगा मत बोलो,
नंगे नायक बने हुए।
बॉलीवुड के नंगेपन से,
नंगा सारा देश हुआ।

रचयिता
@…दया शंकर शर्मा

प्रस्तुति