आत्मकथ्य – अशोक गुर्जर
जब-जब हमारे समाज का कोई युवा अपने परिश्रम, लगन और प्रतिभा से नई ऊँचाइयाँ छूता है, तब-तब यह हृदय गर्व से भर जाता है। आज मैं इंदौर की गुर्जर गौरव कल्याण परिषद का संस्थापक होने के नाते, समाज के गौरव सुदर्शन गुर्जर सर की ऐतिहासिक उपलब्धि पर अपने हृदय के उद्गार साझा करना चाहता हूँ।
चारखेड़ा (जिला हरदा) की मिट्टी में जन्मे और आज इंदौर की धरती पर रहकर अपने ज्ञान का प्रकाश पूरे देश में फैलाने वाले सुदर्शन गुर्जर सर ने वह कर दिखाया है जो प्रेरणा का स्तंभ बन गया है। India Book of Records में उनका नाम दर्ज होना केवल व्यक्तिगत सम्मान नहीं है, बल्कि पूरे गुर्जर समाज और शिक्षा जगत के लिए मील का पत्थर है।
27 सितम्बर 2025 को आधिकारिक रूप से यह पुष्टि हुई कि सुदर्शन जी ने “Maximum Watch Minutes Achieved by a UPSC Educator on an Educational App” का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उनके लेक्चर्स को छात्रों ने अब तक 1000 Million (यानी 100 करोड़ मिनट्स से भी अधिक) समय तक देखा है। यह आँकड़ा केवल संख्या नहीं, बल्कि उस विश्वास का प्रतीक है जो लाखों छात्र उनके ज्ञान और मार्गदर्शन पर रखते हैं।
सुदर्शन जी के शब्द आज भी कानों में गूँज रहे हैं – “यह सफलता छात्रों के विश्वास और अपने समाज एवं परिवार के समर्थन का परिणाम है। मेरा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उनके सपनों को साकार करने में मदद कर सकूँ।”
यह कथन उनकी विनम्रता, समाज के प्रति समर्पण और शिक्षा के प्रति दृढ़ निष्ठा को भलीभाँति दर्शाता है।
गौरतलब है कि सुदर्शन गुर्जर सर अब तक 100 से भी अधिक IAS और IPS अधिकारियों के चयन में प्रत्यक्ष रूप से योगदान दे चुके हैं। यह उनकी शिक्षण क्षमता, गहन अध्ययन और विद्यार्थियों के प्रति प्रतिबद्धता का जीता-जागता प्रमाण है।
मैं जब समाज के युवाओं को सुदर्शन जी की सफलता की ओर देखता हूँ तो मुझे भविष्य की एक सशक्त तस्वीर दिखाई देती है – जहाँ हमारे बच्चे केवल सपने नहीं देखते, बल्कि उन्हें पूरा भी करते हैं। वे यह संदेश देते हैं कि डिजिटल शिक्षा के युग में यदि संकल्प मजबूत हो तो गाँव से लेकर महानगर तक, हर विद्यार्थी अपनी दिशा स्वयं तय कर सकता है।
गुर्जर समाज के हर बेटे-बेटी के लिए सुदर्शन गुर्जर सर आदर्श बन चुके हैं। उनकी यह उपलब्धि यह बताती है कि हम चाहे जहाँ से आएँ, परिश्रम और समर्पण से हम देश की सबसे ऊँची उपलब्धियों तक पहुँच सकते हैं।
इंदौर की गुर्जर गौरव कल्याण परिषद की ओर से मैं, अशोक गुर्जर, पूरे समाज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए सुदर्शन गुर्जर सर को इस महान उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनाएँ अर्पित करता हूँ। यह इतिहास में दर्ज होने वाला क्षण है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनकर रहेगा।
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