योग मंडल निर्माण

योग मंडल निर्माण

छात्र सिद्धार्थ कुमावत द्वारा योग मंडल निर्माण मंच से मिली सराहना टोडारायसिंह, टोंक! स्थानीय साहित्य मंच - टोडारायसिंह की प्रेरणा से श्री दिगम्बर जैन सन्मति सागर उच्च माध्यमिक विद्यालय के…
बारिश के दिन

बारिश के दिन

बारिश के दिन कागज की कश्ती को तैराने के दिन आ गए, कल-कल बहते झरनों में स्नान के दिन आ गए, अभी हमारे चारों ओर प्रकृति अनुकूल है इसलिए, पेड़…
‘योग समावेश’ कार्यक्रम

‘योग समावेश’ कार्यक्रम

'योग समावेश' कार्यक्रम का ऐतिहासिक आयोजन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' मुज़फ्फरनगर, दिनांक 18.06.2025. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस – 2025 के अवसर पर…
मौसम

मौसम

मौसम मौसम सावन-सा मनभावन, आज हुआ सब नाच रहे हैं, देख यहाँ जल दादुर भी अब, बादल का ख़त बाँच रहे हैं। नैन रहे अब बादल के झर, ज्यों नभ…
‘नायक’ जी की कलम

‘नायक’ जी की कलम

मुक्तक काली घटाएँ उमड़-घुमड़कर, छाएँ नीलगगन में। घनघोर मचाएँ शोर बिजली, चमकें नीलगगन में। खत्म हुआ अब कई दिनों से, बारिश का इंतजार। रिमझिम रिमझिम झड़ी लगी, देखो नीलगगन में।…
सोचें अवश्य

सोचें अवश्य

किसी भी सामाजिक संगठन का कोई भी नेतृत्व कभी भी यह नहीं चाहता कि उसका कोई भी कार्यकर्ता शिक्षित, उच्च विचारक और प्रतिभावान बने, क्योंकि शिक्षित और बुद्धिमान समाज का…
हौसला

हौसला

हौसला हो तो उम्र नहीं बनती रुकावट कहते हैं कि यदि इरादा मजबूत हो तो उम्र, जिम्मेदारियाँ या हालात—कुछ भी रास्ता नहीं रोक सकते। हाल ही में उत्तर प्रदेश के…
एलोपैथी बनाम नैचुरोपैथी

एलोपैथी बनाम नैचुरोपैथी

एलोपैथी की बढ़ती कीमतें बनाम नैचुरोपैथी की सहजता रोगमुक्त जीवन की ओर एक विचारशील कदम वर्तमान समय में जब एक ओर आमजन पहले से ही महँगाई, जीवनशैली जनित रोगों और…
स्मृतियाँ

स्मृतियाँ

अपनी उलझनों को सुलझाऊँ कैसे? बताओ न डैडी आपको बुलाऊँ कैसे? मेरे चेहरे में दिखता आपका अक्स है, अपने ही चेहरे को भूल जाऊं कैसे? बताओ न डैडी आपको बुलाऊँ…
पितृ दिवस पर रचित काव्य

पितृ दिवस पर रचित काव्य

।।अपनी-अपनी राह।। ।।पिताजी।। तुम पिता मेरे, तुम ख्वाब मेरे, तुम ही हो भाग्य विधाता। मैं नित उठकर, तुम्हरे चरणों में अपना शीश झुकाता।। तुम ज्ञान मेरे, तुम ध्यान मेरे, तुमसे…