बाल विवाह पर संगोष्ठी

बाल विवाह पर संगोष्ठी

विवरण

साहित्य मंच टोडा रायसिंह के तत्वावधान में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय टोडा रायसिंह में बाल विवाह को लेकर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीया अनुभा सिंह (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट), अति विशिष्ट अतिथि इंदुशेखर शर्मा (एडवोकेट), प्रभा सारस्वत (समाजसेवी), विशिष्ट अतिथि कमल कुमार जैन (समाजसेवी) और अध्यक्ष शिवराज कुर्मी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ ईश वंदना से किया गया। इसके बाद बालिकाओं द्वारा बाल विवाह से सम्बन्धित पोस्टर का वाचन करवाया गया।

इस अवसर पर इंदुशेखर शर्मा (एडवोकेट) ने अपने उद्बोधन में कहा कि

“बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है। स्वयं का एवं अन्य का बाल विवाह होने से रोकना ही समाज के लिए श्रेयस्कर होगा। सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करना होगा।”

इसके बाद मुख्य अतिथि अनुभा सिंह महोदया ने बताया कि

“पहले शिक्षा जरूरी है, विवाह बाद में। बाल विवाह एक अभिशाप है। जुर्म है। बाल विवाह करने वाले न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा प्राप्त कर सकते हैं। हम अपने क्षेत्र में होने वाले बाल विवाह की जानकारी जिला, ब्लॉक कन्ट्रोल रूम पर देवें। 1098 पर कॉल करके सूचना दे सकते हैं। आपकी सूचना गोपनीय रहेगी। बाल विवाह को लेकर बालिकाओं को अपने रिश्तेदारों को पत्र लेखन के लिए भी प्रेरित किया गया।”

इसी मौके पर साहित्य मंच की ओर से बाल विवाह जागरूकता को लेकर मेहन्दी प्रतियोगिता आयोजित करवायी गई। माननीया अनुभा सिंह जी द्वारा निर्णायक की भूमिका निभाते हुए ग्यारह समूह दल में से विजेताओं का चयन किया गया। मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान – सावित्री बाई दल की तन्नू गुर्जर, द्वितीय स्थान – काली बाई दल की मैना मीणा, तृतीय स्थान – कस्तूरबा गांधी दल की सुलोचना मीणा एवं माफिया बानो ने प्राप्त किया। विजेताओं को मुख्य अतिथि महोदया द्वारा पुरस्कृत किया गया। कवि दिनेश कुमार जैन ने मंच संचालन कर राजस्थानी भाषा में कविता सुनाकर आनन्दित कर दिया।

अन्त में सभी को बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलाई गई। शिवराज कुर्मी अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।

चित्रशाला

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सूचना स्रोत

शिवराज जी कुर्मी

प्रस्तुति