गरीब अमीर कम पढ़ा लिखा हो या ज्यादा पढ़ा लिखा हो

गरीब अमीर कम पढ़ा लिखा हो या ज्यादा पढ़ा लिखा हो

सभी माता-पिता के लिए यह शब्द विचारणीय है👇 अगर हर रिश्ते को नकारते ही रहेंगे... तो फिर शादी कब करेंगे?   कम पढ़ा-लिखा है? — नहीं चाहिए! पगार कम है?…
योग करे निरोग

योग करे निरोग

सम्मानित मित्रो! आज दिनांक 27.5.25 को महर्षि पतंजलि इंटरनेशनल योगपीठ, पुरकाजी, जिला हरिद्वार (उत्तराखंड) व आर्य समाज ग्रेटर नोएडा के सौजन्य से मॉडर्न पब्लिक स्कूल, डेल्टा-1, ग्रेटर नोएडा के क्रीडांगन…
स्कूल प्रोग्राम

स्कूल प्रोग्राम

आज दिनांक 26.05.2025, दिन सोमवार को होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में बोर्ड परीक्षा 2025 के हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट विद्यार्थियों के लिए ‘मेधावी प्रतिभा सम्मान समारोह’…
प्रतिदिन कविता?

प्रतिदिन कविता?

प्रत्येक दिन कविता.......? कविता केवल शब्दों का संकलन नहीं, बल्कि हृदय की गहराइयों से उपजा भावप्रवाह होती है। कवि जब कविता रचता है, तो वह अपनी अनुभूतियों, संवेदनाओं और विचारों…
मुक्तक – सिन्दूर

मुक्तक – सिन्दूर

मुक्तक (सिन्दूर)   है सिन्दूरी मान अपना, है सिन्दूरी शान अपनी। हर सिन्दूरी माँग में ही, बस रही जान अपनी। इस सिन्दूरी लाज हेतु युद्ध कितने ही लड़े हैं, सिन्दूर…
कलमकार की रचनाएँ

कलमकार की रचनाएँ

शिक्षिका शालिनी प्रेषित कक्षा तीन की छात्रा लक्षिता सिंह द्वारा निर्मित महाराणा प्रताप का पेंसिल आरेख जयंती पर विशेष 🙏 शब्दबाण से सिंहनाद कर, गौरी को ललकार उठे। गज़नी की…
त्रि-दिवसीय संस्कारशाला

त्रि-दिवसीय संस्कारशाला

एक पहल नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण की ओर मेरा वजूद फाउण्डेशन के तत्वाधान में तीन दिवसीय संस्कारशाला का आयोजन दिनांक 20.05.2025 से 22.05.2025 तक तीन स्कूलों में न्यू हॉरीजन…
नमन

नमन

🌾🌼 …नमन! शहीद रामवीर गुर्जर को, जो था सबसे कम उम्र का गुर्जर आंदोलन का बलिदानी और मां-बाप की इकलौती संतान। 2007 के पीपलखेड़ा गुर्जर आरक्षण आंदोलन में जब पुलिस…
वर्तमान दौर

वर्तमान दौर

वर्तमान दौर जिधर देखता मैं कवि ही कवि हैं, मगर सुनने वाले कहीं अब नहीं हैं। शब्दों की माला सजाते सभी हैं, मगर भाव गहरे मिलाते नहीं हैं। चमकती कलम…
श्रद्धा के पुष्प

श्रद्धा के पुष्प

श्रद्धा-सुमन अर्पण श्री सतपाल दौसा जी के प्रति सूख चुके हैं वे फूल, जिन्होंने वर्षों तक सुरों की बगिया को अपनी खुशबू से महकाया था। आज मंच सूना है, पर…