किवाना ग्राम पंचायत में ऐतिहासिक बैठक
हरियाणा बना मिसाल
किवाना ग्राम पंचायत में आज सरपंच श्री चेनपाल छोकर की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत प्लान फेसीलिटेशन टीम की एक ऐतिहासिक एवं अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। यह बैठक मिशन 73-74 फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित हुई, जिसके पदाधिकारी—अध्यक्ष गौरव मलिक, उपाध्यक्ष डॉ. महीपाल तथा प्रबंधक सोनिया—विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ. महीपाल ने ग्राम पंचायत विकास योजना 2026–27 पर विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें ग्राम सभा की आवश्यकताओं के संग्रह, उपलब्ध संसाधनों के उपयोग, तथा पंचायत, राज्य/केंद्र सरकार की योजनाओं, पंचायत समिति व जिला परिषद के बजट के अभिसरण पर गहन चर्चा की गई।
बैठक में पैंसठ ग्राम सभा सदस्य, बीस पंच, व विभिन्न गाँव समितियों से जुड़े बुद्धिजीवी, सरकारी सेवाओं व बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत प्रोफेशनल तथा सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। वक्ताओं में चेनपाल छोकर, मदनपाल छोकर, वीरेंद्र छोकर, डॉ. महीपाल, गौरव मलिक, सुमित, कुलदीप आदि रहे, जिन्होंने ग्राम विकास के लिए सामूहिक जिम्मेदारी पर बल दिया।
मिशन 73-74 फाउंडेशन का मूल मिशन संविधान के 73वें संशोधन को पूर्णत लागू कराना है अर्थात् ऐसी पंचायती राज-व्यवस्था जहाँ ग्राम पंचायतें वास्तव में स्वशासी संस्थाएँ बनें। वर्तमान में, योजना निर्माण, वित्तीय अधिकार और विभागीय समन्वय जमीन पर उस स्तर तक नहीं पहुँचा है जिसकी संविधान अपेक्षा करता है। इसी कमी को दूर करने के लिए मिशन 73-74 फाउंडेशन किवाना को ‘स्वप्रेरित ग्राम पंचायत’ के रूप में विकसित कर रहा है।
बैठक का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह रहा कि अगली बैठक में संविधान की 11वीं अनुसूची के सभी उनतीस विभाग एक ही मंच पर इस मीटिंग में बैठेंगे, अपने-अपने आँकड़े, बजट और योजनाएँ लेकर आएँगे, ताकि किवाना ग्राम पंचायत का पहला पूर्ण एकीकृत जीपीडीपी तैयार किया जा सके। यह हरियाणा में अपनी तरह की पहली पहल है और ग्रामीण शासन में एक नई दिशा तय कर सकती है।
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