मैं भारत हूँ….
छद्म बाण से आहत हूँ मैं, तलवारों की फ़िक्र नहीं।
मुझे डराते आज विभीषण, हत्यारों की फ़िक्र नहीं।।
खरपतवारों का मारा हूँ, दीमक से संतप्त हृदय।
मुझे खिड़कियों से खतरा है, दीवारों की फ़िक्र नहीं ।।
रचयिता
@…dAyA shArmA (vAishnAv)
प्रस्तुति