‘उम्मीद’ संस्था लंबे समय से शिक्षा जागरूकता अभियान चला रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ना है, जिनके माता-पिता आर्थिक तंगी के कारण उनकी पढ़ाई का खर्च नहीं उठा पाते। इस अभियान के अंतर्गत अब तक लगभग दो सौ बच्चों को संस्था द्वारा गोद लिया जा चुका है। “गोद लेना” यहाँ बच्चों की जिम्मेदारी उठाने के अर्थ में है—यानी उनकी पढ़ाई-लिखाई, किताबें, यूनिफॉर्म, और अन्य शैक्षिक जरूरतों का खर्च संस्था और उसके सहयोगी लोग मिलकर उठाते हैं।
इसी नेक पहल को आगे बढ़ाते हुए महेंद्र प्रधान जी ने अपने जन्मदिन को एक यादगार और प्रेरणादायक तरीके से मनाने का निर्णय लिया। जहां आमतौर पर लोग अपना जन्मदिन पार्टी, केक या तोहफों के साथ मनाते हैं, वहीं महेंद्र जी ने इस दिन को समाजसेवा के रूप में बदल दिया। उन्होंने संकल्प लिया कि वे एक जरूरतमंद बच्चे की शिक्षा का पूरा खर्च उठाएंगे, ताकि वह बच्चा बिना किसी रुकावट के पढ़-लिख सके और अपने सपनों को साकार कर सके।
महेंद्र जी का यह कदम न केवल ‘उम्मीद’ संस्था के शिक्षा जागरूकता अभियान को मजबूती देता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी फैलाता है—कि अगर हम सभी अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार किसी एक बच्चे की शिक्षा का जिम्मा उठाएं, तो अनेकों बच्चों का भविष्य संवारा जा सकता है।
इस प्रकार के प्रयास न केवल किसी एक बच्चे की जिंदगी बदलते हैं, बल्कि पूरे समाज के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक ठोस कदम साबित होते हैं। यह उदाहरण हम सभी को प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन के खास अवसरों को सिर्फ व्यक्तिगत खुशी तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनाएं।
सूचना स्रोत
श्री देवेंद्र नागर जी
प्रस्तुति