यूट्यूब प्लेलिस्ट उलझन सुलझन की

यूट्यूब प्लेलिस्ट उलझन सुलझन की

समाज में विविध उद्देश्यों से जनमानस को जोड़ने के लिये किये गए वो आग्रह जो समाज में सहयोग और साहचर्य में वृद्धिकारक हो सकें। आप सभी प्रिय दर्शकों के लिए…
घिटोरनी में स्लोगन प्रतियोगिता

घिटोरनी में स्लोगन प्रतियोगिता

भूमिका   विवरण दिल्ली स्थित घिटोरनी गांव में आज स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। आज उम्मीद संस्था एक सामाजिक संगठन , देश की राजधानी दिल्ली के गांव घिटोरनी में स्थित…
🔆💢यातायात नियम हमारी रक्षा💢💥- बाबूलाल ‘नायक’

🔆💢यातायात नियम हमारी रक्षा💢💥- बाबूलाल ‘नायक’

🔆💢यातायात नियम हमारी रक्षा💢💥 ~~~~~~~~~~~~~●●~~~~~~~~~~~ 💢कविता💢 रक्षा और सुरक्षा सबकी, मानवता का धर्म निभाते हैं। चौराहों पर तैनात संतरी, वो नियम के पाठ पढ़ाते हैं। बिना हेलमेट चले गाडियाँ, चिन्ता…
‘सब अपनी अपनी गाते’ तथा ‘आओ मोहन प्यारे’

‘सब अपनी अपनी गाते’ तथा ‘आओ मोहन प्यारे’

सब अपनी अपनी गाते हैं अपना ही दर्द सुनाते हैं। दूजों की पीड़ा क्या जानें अपनी पीड़ा ही पहचानें। सबकी अपनी राम कहानी जो है सबकी जानी मानी। अपना लिखा…
नि:शब्द करने वाली पहल

नि:शब्द करने वाली पहल

ऐसा न कहीं देखा और न कहीं सुना। लोगों का यह प्यार और समर्थन ही टीम ग्राम पाठशाला को कड़कड़ाती सर्दी में चंबल अंचल में गाँव-गाँव जागरण करने का हौसला…
पौष महा उत्सव २०२५

पौष महा उत्सव २०२५

पौष बड़ा महोत्सव, सर्दियों के मौसम की शुरुआत का स्वागत करने के लिए मनाया जाने वाला त्योहार है। इस दिन दाल के पकौड़े और हलवा प्रसाद के रूप में बांटा…
समय तू धीरे धीरे चल

समय तू धीरे धीरे चल

नमन-मां शारदा काव्य मंच ।।समय।। अरे! समय तू धीरे धीरे चल साथ हमारे भी कुछ तो ढल । पल भर में सुख तुम लाते हो दूजे पल ग़म दे जाते…
जाला कीट के प्रकोप से किसानों की परेशानी बढ़ी

जाला कीट के प्रकोप से किसानों की परेशानी बढ़ी

दैनिक जागरण प्रतिनिधि नीरज सिंह राठौर के अनुसार बीकेटी विकासखंड में करीब ढाई दशक पहले, फलदार वृक्षों और सब्जी की खेती के विकास को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश…
जयंती पर अधिवक्ता लेखन सम्मान का आयोजन

जयंती पर अधिवक्ता लेखन सम्मान का आयोजन

भूमिका जयंती के अवसर पर अपनी तरह का एक अनूठा प्रयोग। कार्यक्रम विवरण मेरठ। शुक्रवार को स्व. बाबू कौशल प्रसाद एडवोकेट की जयंती हर्षाेल्लास से मनाई गई। बाबू कौशल प्रसाद…
दिल्ली तेरी क्या मजबूरी

दिल्ली तेरी क्या मजबूरी

भूमिका प्रस्तुत रचना एक कवि की भावनाओं का प्रतिबिंब है जिसमें वे किसी कार्य में पहल ना हो पाने पर असंतोष व्यक्त कर रहे हैं विधायिका को प्राथमिकताओं का स्मरण…