वास्तविकता को स्वीकार करना (एक समाजशास्त्री के दृष्टिकोण से) समाजशास्त्री डॉ. राकेश राणा के अनुसार, “जीवन की सबसे बड़ी समझ यह है कि कुछ भी स्थायी नहीं है। जब व्यक्ति…
हौसला जिंदगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता है, ख़्वाबों की हकीकत के लिए जिद पर अड़ना पड़ता हैरान! कोई खैरात में नहीं देता खुशियाँ मेरे दोस्तो, खुशियाँ पाने के…
🪔 दिव्य ऊर्जा स्पंदन 🪔 अंतर्मन, अंतरंग और मनोगत भाव ✍️ मोहन लाल वर्मा, जयपुर हम जब अपने जीवन में प्राप्त जीवन-शक्ति और दृष्टि से विषयों के संबंध और कारण…
वीडियो का लिंक https://youtu.be/UT6WRGUibdI?si=lltgm0yON9Ddi_Gi वीडियो का सारांश - [00:00:00 → 00:02:38] परिचय और डॉ. जितेंद्र नागर का परिचय इस भाग में होस्ट ने डॉ. जितेंद्र नागर का परिचय कराया, जो…
दिनांक 31/10/2025 को एकता दिवस के पावन अवसर पर श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय दनकौर में एक विचार संगोष्ठी का कार्यक्रम किया गया जिसका आयोजन कला संकाय की समाजशास्त्र विषय के…
सम्मानित मित्रो आज दिनांक 1.5.25 को अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर रामलाल वृद्धाश्रम, ग्रेटर नौएडा मे वृद्धाश्रम के अध्यक्ष श्री शिवप्रसाद शर्मा द्वारा आश्रम मे रह रही 18 माताओ…
"मैं फौजी हूँ!" मैं फौजी हूॅं,मन मोजी हूॅं, दुश्मन के लिए मैं खोजी हूॅं। मैं सीमा पर रहता हूॅं,पर रुखी-सुखी खाता हूॅं, मैं बहुत दिनों के बाद,अपने घर को आता…
🩺 नर्सिंग ऐसा क्षेत्र जिस पर महिलाओं का है एकछत्र अधिकार 12 मई, 1820, को जन्मी फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग की जननी माना जाता है। उनके योगदान की स्मृति…
सारगर्भित बातें सपनों को पूरा करने का जुनून एक होता है भारी। बड़ी चुनौती कठिनाई भी सदा-सदा इससे है हारी। कुछ लोगों को हमने देखा सदा चुनौती को ललकारा। संसाधन…
कार्यक्रम विवरण आज दिनांक 11.05.2025, दिन रविवार को होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में विद्यार्थियों के लिए ‘आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल वृद्धि’ विषय पर तीन दिवसीय…
साहित्य मंच टोडारायसिंह की प्रेरणा से सिद्ध नाथ महादेव मंदिर, ब्रह्म अखाड़ा टोडारायसिंह में स्व, श्री कन्हैयालाल भारद्वाज एवं स्व, रामप्यारी शर्मा निवासी भासू की स्मृति में आमजन हेतु भीषण…
🇮🇳💥परिवर्तन-परिवर्तन, अब होकर रहेगा परिवर्तन💥🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर चलाया, आतंक चकनाचूर। धूल चटाकर मानेंगे हम, उसे करेंगे अब मजबूर। उथल-पुथल हो जाएगा, छ्लनी-छलनी तन। परिवर्तन-परिवर्तन, अब होकर रहेगा परिवर्तन।। पहलगाम का…
क्षणिकाएँ ऑपरेशन सिंदूर सरहद की साँसों में सिंदूर बसा था माँ की माँग सा लाल, वीरों का निशाँ। एक झंडा था, उम्मीदों से भारी, झुका नहीं — क्योंकि सिन्दूर था…