मातृ दिवस

सम्मानित मित्रो आज दिनांक 1.5.25 को अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर रामलाल वृद्धाश्रम, ग्रेटर नौएडा मे वृद्धाश्रम के अध्यक्ष श्री शिवप्रसाद शर्मा द्वारा आश्रम मे रह रही 18 माताओ…
मैं फौजी हूं

मैं फौजी हूं

"मैं फौजी हूँ!" मैं फौजी हूॅं,मन मोजी हूॅं, दुश्मन के लिए मैं खोजी हूॅं। मैं सीमा पर रहता हूॅं,पर रुखी-सुखी खाता हूॅं, मैं बहुत दिनों के बाद,अपने घर को आता…
🩺 नर्सिंग (अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर विशेष)

🩺 नर्सिंग (अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर विशेष)

🩺 नर्सिंग ऐसा क्षेत्र जिस पर महिलाओं का है एकछत्र अधिकार 12 मई, 1820, को जन्मी फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग की जननी माना जाता है। उनके योगदान की स्मृति…
मुक्तक

मुक्तक

मुक्तक एक बक्श दी जान फिर पाक सुन ले ज़रा। छोड़ पथ आग का प्यार बुन ले ज़रा। सामना गर हुआ अब कभी तो सुनो, पाक का नाम मिटेगा ये…
सारगर्भित बातें

सारगर्भित बातें

सारगर्भित बातें सपनों को पूरा करने का जुनून एक होता है भारी। बड़ी चुनौती कठिनाई भी सदा-सदा इससे है हारी। कुछ लोगों को हमने देखा सदा चुनौती को ललकारा। संसाधन…
आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल वृद्धि (समापन सत्र)

आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल वृद्धि (समापन सत्र)

कार्यक्रम विवरण आज दिनांक 11.05.2025, दिन रविवार को होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में विद्यार्थियों के लिए ‘आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल वृद्धि’ विषय पर तीन दिवसीय…
वाटर कूलर लोकार्पण

वाटर कूलर लोकार्पण

साहित्य मंच टोडारायसिंह की प्रेरणा से सिद्ध नाथ महादेव मंदिर, ब्रह्म अखाड़ा टोडारायसिंह में स्व, श्री कन्हैयालाल भारद्वाज एवं स्व, रामप्यारी शर्मा निवासी भासू की स्मृति में आमजन हेतु भीषण…
मदर्स डे पर विशेष

मदर्स डे पर विशेष

मां की ममता मां की ममता, मां का प्यार। झूठा है यह, सारा संसार। गोद उठाती, लोरी गाती। पहले खाना, हमें खिलाती। मां के आगे, सब है बेकार। मां की…
🇮🇳💥परिवर्तन💥🇮🇳

🇮🇳💥परिवर्तन💥🇮🇳

🇮🇳💥परिवर्तन-परिवर्तन, अब होकर रहेगा परिवर्तन💥🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर चलाया, आतंक चकनाचूर। धूल चटाकर मानेंगे हम, उसे करेंगे अब मजबूर। उथल-पुथल हो जाएगा, छ्लनी-छलनी तन। परिवर्तन-परिवर्तन, अब होकर रहेगा परिवर्तन।। पहलगाम का…
ऑपरेशन सिंदूर

ऑपरेशन सिंदूर

क्षणिकाएँ ऑपरेशन सिंदूर सरहद की साँसों में सिंदूर बसा था माँ की माँग सा लाल, वीरों का निशाँ। एक झंडा था, उम्मीदों से भारी, झुका नहीं — क्योंकि सिन्दूर था…