पुस्तक लोकार्पण

पुस्तक लोकार्पण

पुस्तक शब्दों की मुस्कान का विमोचन

साहित्य जगत द्वारा सराहना

अजमेर। शनिवार 23 अगस्त 2025, राजस्थान साहित्य अकादमी के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित श्रीमती कविता अग्रवाल की काव्य कृति शब्दों की मुस्कान का भव्य विमोचन समारोह शनिवार को मानसिंह पैलेस, वैशाली नगर, अजमेर में आयोजित हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के सचिव डॉ. बंसत सिंह सोलंकी ने की, जबकि समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के पूर्व अध्यक्ष, वरिष्ठ कवि व आलोचक डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष रहे।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्यकार एवं अंतर्राष्ट्रीय हास्य कवि श्री रास बिहारी गौड़ तथा साहित्यकार, समाजसेविका एवं अजमेर लेखिका मंच की संस्थापिका डॉ मधु खंडेलवाल जी उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ इंदुशेखर तत्पुरुष ने अपने आशीर्वाद वचन में कहा कि

“जैसे हर परिदृश्य से उत्पन्न होने वाली अनुभूतियां सबकी निजी होती है मौलिक होती हैं इसी तरह कविता को पढ़कर उत्पन्न होने वाली अनुभूति भी हर पाठक की अलग-अलग होती है!”

उन्होंने शब्दों की मुस्कान की कुछ कविताओं का उल्लेख करते हुए लेखिका को उनके काव्य संग्रह के लिए बधाई दी।

अध्यक्षता कर रहे राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के सचिव आदरणीय डॉ बसंत सिंह सोलंकी जी के अनुसार अकादमी निरन्तर साहित्यकारों की लेखनी को और मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाओं के द्वारा लेखकों का उत्साहवर्धन करती है और इसी उद्देश्य के तहत कविता अग्रवाल के काव्य संग्रह को अकादमी द्वारा प्रकाशन हेतु आर्थिक सहयोग के लिए चयनित किया गया।

कार्यक्रम में अपनी गरिमामय उपस्थिति से अंतरराष्ट्रीय कवि एवं साहित्यकार श्रीमान रास बिहारी गौड़ ने लेखिका कविता रचित पुस्तक शब्दों की मुस्कान की रचनाओं पर गहरी टिप्पणी करते हुए बताया कि

जैसे नई बहु का ससुराल में स्वागत होता है वैसे ही कविता परिवार में आपका स्वागत है । उन्होंने कहा कि

स्त्री का लेखन पितृ सत्तात्मकता के कारण पूरे विश्व में आज भी दुरूह है और कविता के सृजन के लिए हृदय में स्त्री का होना, संवेदनाओं का होना आवश्यक है।

अजमेर लेखिका मंच की संस्थापिका एवं सामाजिक कार्यकरता एवं साहित्यकार डॉ मधु खंडेलवाल ने कहा कि

“कविता अग्रवाल अपने लेखन को एक खूबसूरत दिशा देते हुए जीवन के विभिन्न रंगों में अपनी कविताओं और रचनाओं को लिख रही हैं। एक तरफ जहां वे मुस्कान की बात करती है वहीं दूसरी और समाज के दर्द और जीवन के विभिन्न रंगों पर भी अपना गहरा प्रभाव छोड़ती हैं। भविष्य में उनकी अन्य पुस्तके भी पाठकों को मिलती रहेगी ऐसी उम्मीद जताते हुए उनको शुभकामनाएं प्रेषित कीं।”

पारिवारिक माहौल में लेखिका के पिता आदरणीय पी एम अग्रवाल साहब ने कहा कि

“कविता अग्रवाल की कविताओं में विज्ञान और अध्यात्म की झलक मिलती है। विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में ऐसी रचनाओं को शामिल करना चाहिए जिसमें साहित्य के साथ साथ वैज्ञानिक तथा अध्यात्मिक दृष्टिकोण का भी समावेश हो।”

समारोह में अजमेर शहर के गणमान्य साहित्यकार अनंत भटनागर, उमेश चौरसिया, राजेश भटनागर, बृजेश माथुर,  गोपाल माथुर, विनीता बाड़मेरा, काजल, कविता जोशी आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।

लेखिका कविता अग्रवाल के परिजन भी कार्यक्रम में मौजूद रहे और सभी ने उनके साहित्यिक योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

इस विशेष अवसर पर अजमेर लेखिका मंच की संस्थापिका डॉ. मधु खंडेलवाल ‘मधुर’ ने लेखिका कविता अग्रवाल को उनके साहित्यिक योगदान के सम्मानस्वरूप काव्यम उपनाम से सुशोभित किया।
इस उपनाम से कविता अग्रवाल को नवाजे जाने पर पूरा वातावरण भावविभोर हो उठा।

भविष्य में कविता अग्रवाल को ‘काव्यम’ नाम से भी जाना जाएगा।।

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और परिवारजनों ने शब्दों की मुस्कान काव्य संग्रह की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि लेखिका कविता अग्रवाल  रचित कृति शब्दों की मुस्कान भावनाओं और संवेदनाओं का जीवंत दस्तावेज है, जो साहित्य प्रेमियों को न केवल प्रभावित करेगी, बल्कि नई पीढ़ी को भी प्रेरणा प्रदान करेगी।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ भारती प्रकाश एवं श्रीमती अनीता डिसूजा ने किया तथा आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन राजकीय महिला पॉलिटेक्निक के पूर्व प्राचार्य श्री अनिल कुमार अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत किया गया।

सूचना स्रोत

श्रीमती कविता अग्रवाल

प्रस्तुति