🎓 साहित्य मंच – टोडारायसिंह
शिक्षक दिवस समारोह
स्थान: श्री दिगम्बर जैन सन्मति सागर उच्च माध्यमिक विद्यालय, टोडारायसिंह (जिला टोंक)
गुरु वंदन से हुआ कार्यक्रम का शुभारम्भ
शिक्षक दिवस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों ने अपने गुरुजनों को तिलक वंदन कर की। इसके बाद शिक्षकों को कलम भेंट की गई, जो ज्ञान और शिक्षा के प्रति सम्मान का जीवंत प्रतीक रहा। इस भावनात्मक क्षण ने गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा को और भी सशक्त बना दिया।
प्रेरक उद्बोधन ने बढ़ाया उत्साह
संस्था निदेशक श्री राजेन्द्र प्रसाद जैन ने अपने उद्बोधन में गुरु को समाज का सबसे महत्वपूर्ण मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि –
* शिक्षक केवल पाठ नहीं पढ़ाता, बल्कि जीवन की दिशा भी देता है।
* विद्यार्थी शिक्षक को आदर्श मानकर शिक्षा का सदुपयोग करें।
* ज्ञान और संस्कार दोनों का मेल ही सफलता की कुंजी है
“पाती शिक्षक को” से हुआ पत्र वाचन
कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति के रूप में विद्यालय की छात्राओं ने “पाती शिक्षक को” पुस्तक से भावनात्मक पत्र वाचन किया।
* यह पुस्तक डॉ. सूरज सिंह नेगी एवं श्री चन्द्र मोहन उपाध्याय द्वारा संपादित है।
* पत्रों के माध्यम से छात्रों ने गुरुजनों के प्रति गहन कृतज्ञता और स्नेह व्यक्त किया।
* पूरे वातावरण में भावनात्मकता और साहित्यिक गरिमा का संचार हुआ।
उपस्थिति और संदेश
इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
समारोह ने यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल ज्ञान का हस्तांतरण नहीं है, बल्कि यह संस्कार, कृतज्ञता और जीवन दृष्टि का भी संवाहक है।
सूचना स्रोत

पाठ्य उन्नयन और विस्तार
प्रस्तुति