विश्व कला दिवस

विश्व कला दिवस

विश्व कला दिवस के अवसर पर टोडारायसिंह जिला टोंक के प्रसिद्ध कलमकार श्री हरिराम गौड़, पेन्टर साहब ने, जिनको कि चित्रकारी में लम्बा अनुभव रहा है, कला की महत्ता के बारे में बताया।

वे विद्यार्थी जीवन में ही कला के धनी हो चुके थे। कहा भी गया है कि कला किसी की मोहताज नहीं होती है। हर किसी में हूनर नहीं होता है। पेन्टर साहब ने अनेक चित्र, रंगोली, बेल, दीवार पर चित्रकारी, लम्बे समय से प्रतिवर्ष रावण, कुम्भकर्ण एवं मेघनाथ के ढांचे तैयार करना, कोरोना काल में जन जागरूकता हेतु सार्वजनिक स्थानों पर भितिचित्र बनाना, रंगोली बनाना, पुस्तकालय की दीवार पर महापुरुषों के चित्र उकेरना, पर्यावरण आधारित प्रेरणादायी चित्र, मातृ दिवस का चित्र आदि स्वयं के हाथों उकेरे गए। इनके हाथ की कला से चित्र खूबसूरत दिखाई देते हैं। इनकी आंखों की रोशनी कम होने पर भी खूबसूरत चित्र इस उम्र में बना देते हैं। स्कूली विद्यार्थियों को खाली समय में चित्र बनाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। चित्र कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर उपखंड एवं जिला स्तर पर आप सम्मानित हो चुके हैं।

सूचना स्रोत

श्री शिवराज जी कुर्मी

प्रस्तुति