यह ज़िन्दगी (कविता)

यह ज़िन्दगी (कविता)

भूमिका

श्री मुकेश कुमावत ‘मंगल’ द्वारा रचित नवीनतम कविता ‘यह ज़िन्दगी’ जीवन के प्राकृतिक असंतुलनों को दर्शाती है। यह कविता जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष, और संतुलन की कमी को उजागर करती है। इसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे सुख-दु:ख, आशा-निराशा, और प्रकृति व मनुष्य के बीच असंतुलन का वर्णन किया गया है। कविता हमें यह सोचने को विवश करती है कि जीवन में संतुलन बनाना कितना महत्वपूर्ण है और प्राकृतिक असंतुलन का हमारी भावनाओं और सोच पर क्या प्रभाव पड़ता है?

यह रचना जीवन के गहरे दर्शन को सरल शब्दों में प्रस्तुत करती है और पाठकों को आत्ममंथन करने के लिए प्रेरित करती है।

आइए! आप भी इसका आनंद लीजिए।

रचनाकार और प्रेषक

श्री मुकेश कुमावत ‘मंगल’

टोंक (राजस्थान)

प्रस्तुति