दिल्ली तेरी क्या मजबूरी

दिल्ली तेरी क्या मजबूरी

भूमिका प्रस्तुत रचना एक कवि की भावनाओं का प्रतिबिंब है जिसमें वे किसी कार्य में पहल ना हो पाने पर असंतोष व्यक्त कर रहे हैं विधायिका को प्राथमिकताओं का स्मरण…
कल से फिर घंटी बजेगी तथा आओ बच्चो! स्कूल चलें

कल से फिर घंटी बजेगी तथा आओ बच्चो! स्कूल चलें

भूमिका लंबे अवकाश के बाद जब स्कूल फिर से खुलते हैं, तो कवि के मन में भावनाओं की एक नई लहर उठती है। सन्नाटे से भरे स्कूल के गलियारे फिर…
यह ज़िन्दगी (कविता)

यह ज़िन्दगी (कविता)

भूमिका श्री मुकेश कुमावत 'मंगल' द्वारा रचित नवीनतम कविता 'यह ज़िन्दगी' जीवन के प्राकृतिक असंतुलनों को दर्शाती है। यह कविता जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष, और संतुलन की कमी को उजागर…
नये दौर के हम बच्चे – कलमकार रमन ‘सिसौनवी’

नये दौर के हम बच्चे – कलमकार रमन ‘सिसौनवी’

भूमिका आदर्श बच्चे कल के उज्ज्वल सितारे हैं और राष्ट्र के निर्माता भी। कवि रमन के अनुसार, आज के बच्चे असीम ऊर्जा, अटूट जिज्ञासा और करुणा से पूरित हृदय के…
उन्नयन की ओर

उन्नयन की ओर

भूमिका कविता एक सरल और भावनात्मक विधा है, जो लेखक के सीधे अनुभव और भावनाओं को व्यक्त करती है। प्रथम प्रयास को संशोधन की दरकार हो सकती है। और! संशोधन…
दोहावली – बाबूलाल ‘नायक’

दोहावली – बाबूलाल ‘नायक’

भूमिका भारत में शीत ऋतु का प्रकोप आमतौर पर नवंबर से फरवरी तक रहता है। इस समय में तापमान में गिरावट विभिन्न क्षेत्रों में संलग्न मानव संपदा के समक्ष विविध…
आई है अब भोर सुहानी – श्योराज जी बम्बेरवाल

आई है अब भोर सुहानी – श्योराज जी बम्बेरवाल

भूमिका कवि श्योराज जी ने नये वर्ष को 'नया सवेरा' की संज्ञा देकर नये वर्ष को आपके जीवन में नयी उमंग और ऊर्जा लेकर आया बताते हुए नवल रचना गढ़ी…
ममता जी की कलम से

ममता जी की कलम से

भूमिका मुक्तक, काव्य या कविता का एक प्रकार है जिसमें प्रबंधकीयता नहीं होती। मुक्तक में किसी एक भाव, विचार, या अनुभव को व्यक्त किया जाता है, जैसे कि निम्न उदाहरणों…
नव वर्ष-२०२५ – शुभ की अनंत कामना

नव वर्ष-२०२५ – शुभ की अनंत कामना

भूमिका नव वर्ष के लिए एक अनूठी मानव संपदा की समस्त मानव जाति के लिए कामना। कामना नया वर्ष, नए अनुष्ठान, नए गन्तव्य, नए प्रयाण।   नया लक्ष्य, नए संधान,…