मुकेश कुमावत जी की कलम से

मुकेश कुमावत जी की कलम से

अनोखी बातें उठकर चलना, चलकर गिरना, गिरकर उठना, उठकर फिर चलना, यही संघर्ष की कहानी है, हँसकर बोलना, बोलकर हँसना, तोलकर कर बोलना, बोलकर तोलना यही सच्ची जिंदगानी है। मिलकर…
श्योराज जी की कलम से

श्योराज जी की कलम से

सार छंद होनी तो होगी दुनिया में, अनहोनी को टालो, सोच-समझकर चलो सड़क पर, जीवन अच्छा पालो। वाहन चलाओ दुपहिया तो, हेलमेट अपनाओ, सीट-बेल्ट लगाकर बाहर, चौपहिया से जाओ। जान…
श्योराज जी की कलम

श्योराज जी की कलम

बाल गीत छाती है हरियाली भू पर, जब जब वर्षा आती पेड़ खुशी से लहराते हैं, कोयल गीत सुनाती। ताल-तलैया भर जाते सब, कल-कल नदिया बहती, मुस्काती है धरती सारी,…
श्योराज जी की कलम से

श्योराज जी की कलम से

कुंडलिया छंद एक आता जाता ही फिरें ,जीव जगत के माहि, करार अपनी भूलता,याद रखें कुछ नाहि। याद रखें कुछ नाहि,मग्न दुनिया में होता, देख सामने मौत,पकड़ सिर को फिर…
प्रशिक्षक के भाव

प्रशिक्षक के भाव

ना तो कुछ लेकर आए हो, ना ही कुछ लेकर जाना! क्यूँ जमा जखीरा करते हो, सब यहीं छोडकर जाना!! ना तो कुछ............. दुआ - बद्दुआ समय आने पर,अपना असर…
गुरुवर

गुरुवर

कुंडलिया छंद गुरुवर जैसा है नहीं, इस भू पर दातार, बंद चक्षु सब खोलते, जो है मन के द्वार। जो है मन के द्वार, अंधेरा कायम रखती, माया के अभिभूत,…
नायक जी की कविता

नायक जी की कविता

🇮🇳 स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ विद्यालय 🇮🇳 खुल गये स्कूल चहकी किलकारियाँ, सब पढ़ने की मन में ठानकर आये हैं। अपनी-अपनी कक्षा का पता ज्ञात कर, अपनी ठोर रोक बस्ता जमाकर…
श्योराज जी की काव्य रचनाएँ

श्योराज जी की काव्य रचनाएँ

ग़ज़ल कोई इस दुनिया में करता उपकार नहीं है सीख लिया जीने का सलीका फिर हार नहीं है।   सबसे हिल मिल कर रहना मन की बातें करना इससे अच्छा…
मुकेश जी के उद्गार

मुकेश जी के उद्गार

।।अपनी-अपनी राह।। कड़वी सच्चाई वाह रे! मेरे हिन्दुस्तान,वाह रे! मेरे भारत, यहाँ के लोगों ने क्या खूब हासिल की महारथ, योग दिवस पर योगा-योगासन को भजते हैं, पितृ दिवस पर…
मौसम

मौसम

मौसम मौसम सावन-सा मनभावन, आज हुआ सब नाच रहे हैं, देख यहाँ जल दादुर भी अब, बादल का ख़त बाँच रहे हैं। नैन रहे अब बादल के झर, ज्यों नभ…