श्योराज जी की कलम से

रावण-राम का युद्ध राम रावण का युद्ध, वर्षों पुराना है, जो बन गया है खेल, बिगाड़ता है सबका मेल। जलता है रावण हर साल, जलता ही रहेगा शायद, अभी तो…
माया शर्मा जी की कलमकारी

माया शर्मा जी की कलमकारी

माँ वैष्णो देवी अबकी बरस मैया,मैं तेरे जम्मू आऊँगी। जम्मू आऊँगी, मैं अपना वादा निभाऊँगी। लाख सवाली आते हैं, महारानी तुझे मनाते हैं। लाल चुनरिया लाल चूड़ियाँ लाकर तुझे पहनाते…

श्योराज जी की कलमकारी

।।गीत।। दीवानों का हाल निराला दिल में रोग नहीं है काला।   मालिक है मर्जी के अपने खुद ही बुनते अपने सपने। अपना प्यार लुटाकर सारा मोड़ी है दुनिया की…

मौत से घबराना कैसा

कविता मौत से घबराना कैसा, आना है मौत को वो आएगी! मौत बहादुर को एक दिन, कायर को रोज ही आएगी!! मौत से घबराना---------------- मौत समय पर आएगी, मौत के…

छाया जी की कलम

क्षणिकाएँ (1) नालंदा की ईंटें बोलीं, "हमने युग है देखा- अग्नि सब कुछ जला सकती है, पर ज्ञान कभी नहीं जलता।" (2) नालंदा दीपक है, जिसकी लौ राख में दबकर…
कवियों की कदमताल

कवियों की कदमताल

हिन्दी का गौरव हिन्दी भाषा ज्ञान महान, हिन्दी बोले हिन्दुस्तान। शब्दों में गंगा की धार, हिन्दी सात समुन्दर पार। कण-कण में इसकी पहचान, मिट्टी जैसी इसकी शान। गायन-नर्तन, गीत-अलाप, विश्व…
काव्य संध्या

काव्य संध्या

🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊 🌷🙏🙏🌷जय माँ शारदे 🌷🙏🙏🌷 (दिनांक - १२/०९/२०२५ - शुक्रवार) 💐 'कृष्णा स्मृति साहित्य सम्मान'💐 🌹🌹"सम्मान व्यक्ति का नहीं अपितु साहित्य के प्रति उसके अन्तर्मन में व्याप्त श्रद्धा तथा समर्पण…
नायक जी की कलमकारी

नायक जी की कलमकारी

💢कुण्डलियाँ💢 आधुनिकता व्यर्थ बढ़ी,खर्च दिखावा नोट। भूल गये संस्कार भी,कितना किसमें खोट।। कितना किसमें खोट,अंग शरीर दिखलावे। न शर्म मां-बाप की,फुहड़ फैशन अपनावे।। कह कवि नायक बंधु,न बिगड़े सामाजिकता। सभ्यता…
श्योराज जी की कलम से

श्योराज जी की कलम से

मत्तगयंद सवैया राम सोच-विचार करे मत मानव, राम-रसायन है जब पासा राम करे जब होय यहाँ सब, राम भजो सब छोड़ निराशा। प्रेम सजा अपने मन मंदिर, खूब रखो सबसे…
कविता

कविता

सबसे जरूरी तो यह जानना कि हम लोग किसी भी रूप में भ्रम में ना पड़ें। जरा देखें इस कविता को और समझने का प्रयास करें - विश्वास गया खो…