शर्मसार मानवता पहलगाम की शान्त वादियाँ, शर्मसार मानवता। भून दिया गोली से उनको, आतंकी कायरता।। चीखें गूँजी घाटी में फिर, खेल हुआ यह सारा । कौन कहाँ से आए थे…
20 अप्रैल, रविवार को मेरठ नगर के प्रतिष्ठित प्यारे लाल शर्मा स्मारक प्रांगण में एक गरिमामयी साहित्यिक आयोजन में, शहर के प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय जय प्रकाश शर्मा 'जे. पी.' जी…
साप्ताहिक कार्यशाला मुक्तक हमारे देश के दुश्मन कभी जब वार करते हैं। मिटा देंगें अमन सारा यही वो धार करते हैं। निकालो ढूॅंढ कर उनको उन्ही के साथ मिलकर जो…
नमन मंच🙏🙏 दिनांक 22/04/2025 छंद- दोहा `पृथ्वी` पृथ्वी मेरी रहे सदा, पेडों से भरपूर। सब जन पेड लगाइए, बीमारी से दूर।। पृथ्वी मेरी है भला, स्वर्ण, रजत की खान।…
💐दोहे💐 नित्य भलाई जो करे, कृपा रखे भगवान। उत्तम विचार सादगी, सहज मिले सम्मान।।१।। शिक्षा से नाता रखे, करे सभी से प्रीत। छुआछूत की भावना, तजे बुराई रीत।।२।। …