प्रशिक्षक के भाव

प्रशिक्षक के भाव

ना तो कुछ लेकर आए हो, ना ही कुछ लेकर जाना! क्यूँ जमा जखीरा करते हो, सब यहीं छोडकर जाना!! ना तो कुछ............. दुआ - बद्दुआ समय आने पर,अपना असर…
गुरुवर

गुरुवर

कुंडलिया छंद गुरुवर जैसा है नहीं, इस भू पर दातार, बंद चक्षु सब खोलते, जो है मन के द्वार। जो है मन के द्वार, अंधेरा कायम रखती, माया के अभिभूत,…
नायक जी की कविता

नायक जी की कविता

🇮🇳 स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ विद्यालय 🇮🇳 खुल गये स्कूल चहकी किलकारियाँ, सब पढ़ने की मन में ठानकर आये हैं। अपनी-अपनी कक्षा का पता ज्ञात कर, अपनी ठोर रोक बस्ता जमाकर…
श्योराज जी की काव्य रचनाएँ

श्योराज जी की काव्य रचनाएँ

ग़ज़ल कोई इस दुनिया में करता उपकार नहीं है सीख लिया जीने का सलीका फिर हार नहीं है।   सबसे हिल मिल कर रहना मन की बातें करना इससे अच्छा…
मुकेश जी के उद्गार

मुकेश जी के उद्गार

।।अपनी-अपनी राह।। कड़वी सच्चाई वाह रे! मेरे हिन्दुस्तान,वाह रे! मेरे भारत, यहाँ के लोगों ने क्या खूब हासिल की महारथ, योग दिवस पर योगा-योगासन को भजते हैं, पितृ दिवस पर…
मौसम

मौसम

मौसम मौसम सावन-सा मनभावन, आज हुआ सब नाच रहे हैं, देख यहाँ जल दादुर भी अब, बादल का ख़त बाँच रहे हैं। नैन रहे अब बादल के झर, ज्यों नभ…
स्मृतियाँ

स्मृतियाँ

अपनी उलझनों को सुलझाऊँ कैसे? बताओ न डैडी आपको बुलाऊँ कैसे? मेरे चेहरे में दिखता आपका अक्स है, अपने ही चेहरे को भूल जाऊं कैसे? बताओ न डैडी आपको बुलाऊँ…
अधूरी उड़ान

अधूरी उड़ान

मनहरण छंद अधूरी उड़ान उड़ा था विमान नभ, लोग हुए हतप्रभ, प्रेम और प्रार्थना से, भरे हुए प्राण थे।   उड़ान थी नभ ओर, छूने चला मन छोर, उमंग भरे…
विधाता छंद

विधाता छंद

विधाता छंद ।। गाँव।। लगे प्यारा मुझे यारो, वही जो गांव मेरा है, हुआ था जन्म जिसमें ही, अभी फिलहाल डेरा है। रही है छाँव ममता की, सभी में प्यार…
स्वस्थ

स्वस्थ

स्वस्थ जीवन स्वतंत्र (दोहा)   ब्रह्म मुहुर्त सदा उठो,प्राणवायु शुद्ध होय। मिले सफ़लता शीघ्र ही,रहै न पीछे कोय।।   प्रातः उठकर जो करे,नित्य प्राणायाम। स्वस्थ स्वास्थ्य बना रहै,नहीं लगे कुछ…