बम्बेरवाल जी की नई कविता

बम्बेरवाल जी की नई कविता

बाल कविता हम बालक है छोटे-छोटे काम हमारे मोटे मोटे। पढ़ने लिखने शाला जाते मिलकर सारे गाना गाते। सुबह सुबह जब सूरज आता सबके मन को है हर्षाता। दिन का…
आज की जीवन शैली का तथ्य

आज की जीवन शैली का तथ्य

आज की जीवन शैली का तथ्य अच्छी थी पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो जाम बहुत है। फुर्र हो गयी फुरसत सबकी, हर व्यक्ति को काम बहुत है। नहीं चाहिए बाग-बगीचे,…
राजस्थानी भाव

राजस्थानी भाव

💐राजस्थानी मायड़ भाषा गीत💐 💥आछी बरसी रै दोफेरयाॅं भारी लाई💥   🌺आछी बरसी रै दोफेरयाॅं भारी लाई। सड़कां री डामर बहबा लागी।।टेर।। सड़कां री डामर बहबा लागी रै, या ताती-ताती-२…
ग़ज़ल

ग़ज़ल

ग़ज़ल   सबसे रखना यारी सीखो कुछ तो जिम्मेदारी सीखो।   हाथ बटा कर घर में भी तुम लाना अब तरकारी सीखो।   इधर उधर की बातें छोड़ो काम यहां…
शब्दों की सरगम

शब्दों की सरगम

प्रस्तुत कविता की पंक्तियाँ एक संवेदनशील आत्मा की अंतर्यात्रा को शब्द देती हैं। यह रचना एक ऐसे कवि की भावनात्मक अभिव्यक्ति है, जो शब्दों के माध्यम से अपने भीतर उठते…
पर उपदेश कुशल बहुतेरे

पर उपदेश कुशल बहुतेरे

पर उपदेश कुशल बहुतेरे उपदेश दूसरों को देते जगह जगह ही मिल जाते हैं। उनके सुन्दर वचनों को सुन श्रोता के मुख खिल जाते हैं। दहेज की उत्पीड़न गाथा नित-नित…
जाति सेनाएं: समरसता नाशक

जाति सेनाएं: समरसता नाशक

जाति सेनाएं: समरसता नाशक हर जाति की अपनी सेना, अपने सेनानायक हैं। अपने-अपने नारे सबके, अपने ही खलनायक हैं। अपना झंडा अपना डंडा, और अपना हथकंडा है। कहने को सुखदायक…
महावीर जयंती पर विशेष

महावीर जयंती पर विशेष

नमन 🙏🙏 महावीर स्वामी का भजन महावीर जयंती के उपलक्ष्य में वंदन करती हूँ मैं, अभिनंदन करती हूँ, महावीर प्रभु भगवान , तुमको वंदन करती हूँ, हरजन के इस महानायक…
झुलसती धरती दोषी कौन?

झुलसती धरती दोषी कौन?

झुलसती धरती दोषी कौन? झुलसती धरती दोषी कौन,आपस में सब बैठे मौन। धरती बंजर कर दी सारी,बिछी जाल कंक्रीट की भारी। अट्टालिकाऍं ऊॅंची-नीची,बहै नालियाॅं जहर सींची। दूर-दूर तक गायब हरियाली,पड़े…
मुशायरा

मुशायरा

मुशायरा जश्न ए ईद हमख्याल फाउंडेशन द्वारा 06 अप्रैल 2025 को मुशायरा जश्न ए ईद का आयोजन हाजी आदिल चौधरी मार्केट, लिसाड़ी गेट चौपला, मेरठ में हाजी आदिल चौधरी साहब…