एकता दोहावली

एकता दोहावली

🇮🇳🌺एकता दोहावली 🌺 🇮🇳   हिन्दू-मुस्लिम एकता, स्वतंत्रता पहचान। भारत की रक्षा करी, देकर अपनी जान।।१।।   जन-जन में सद्भावना, भाईचारा मान। इक दूजे के पर्व को, देय सभी सम्मान।।२।।…
मुकेश कुमावत ‘मंगल’ की रचनाएं

मुकेश कुमावत ‘मंगल’ की रचनाएं

मुक्तक सरकारी की दुनिया में, निजी का मान घट जाता है, राजा की गलती पर वाहवाही, तो नौकर पिट जाता है, ईमानदारी से दो वक्त की रोटी कमाने वाला व्यक्ति,…
कविता ‘लाल्ली’

कविता ‘लाल्ली’

लाल्ली 'लाल्ली' का सम्बोधन ऐसा लाड़ टपकता दिखता है। बेटी बहना हर लड़‌की से यह पावनतम रिश्ता है।।   छोटी बहना को जब भैया खुश होकर 'लाल्ली' कहता। तब अनुजा…
एकता को होली के रंग बताएं रे!

एकता को होली के रंग बताएं रे!

दुनिया में कैसे एकता हो, होली के रँग बतायें रे। अलग अलग रँग मिलकर अद्भुत छटा दिखायें रे।। दुनिया में कैसे एकता हो, होली के रँग बतायें रे।। अपनी बुरी…
होली पर विशेष

होली पर विशेष

'निराली होली' रास रचाऊं तुम्हरे संग जब रंग जमेगा होली में, तन मन जायेगा रंग फिर धूम मचेगी होली में।   सब बैर भाव को भूल, हृदय के तार मिला…
पोर्टल प्रशस्ति

पोर्टल प्रशस्ति

मुक्तक एक 'उलझन सुलझन' पोर्टल पर देख रहे हम जीवन के सब रंग, जिनसे हम जीवन भर होली खेले अपने सब रिश्तों के संग। 'उलझन सुलझन' की कला गुणता बनाती…
नई कविता श्री केदार शर्मा की

नई कविता श्री केदार शर्मा की

कुंडलियां छंद में हाइटेक है होली ढोल मजीरे खो गए, फक़त रह गया फाग। कहाँ गई अब टोलियाँ, समय रहा है भाग। समय रहा है भाग, हाईटेक है होली। नेटवर्क…
महिला दिवस पर विशेष

महिला दिवस पर विशेष

त्याग प्रतिरूप नारी ममता स्वरूप नारी भाव बहुरूप नारी नारी ही संसार है । गीत में है राग नारी फूल में पराग नारी स्नेह अनुराग नारी नारी ही शृंगार है।…
मुक्तक – श्योराज जी

मुक्तक – श्योराज जी

मुक्तक एक मुझे सहयोग जो तेरा मिला उपकार तेरा है बहुत बढ़िया लगा है ये मुझे व्यवहार तेरा है। नज़र भर देखकर तुझको वहीं पहचान कर ली थी बना मुझको…
पन्ना धाय

पन्ना धाय

वो महिला बड़ी बलिदानी थी बचपन में सुनी कहानी थी। ममता से पहले था, 'राष्ट्र प्रेम' माँ पन्ना धाय की कहानी थी। न सीस झुकाना सीखा था, न शिकवे की…